रविवार को कंटगी नाका क्षेत्र में खेतों में नजर आया टाइगर

शहर किनारे दस्तक दे रहा है टाइगर रविवार को कंटगी नाका क्षेत्र में खेतों में नजर आया टाइगर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-02 08:07 GMT
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डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिला मुख्यालय के आसपास टाइगर की दस्तक ने लोगों के होश उड़ा रखे हैं। नए साल के पहले दिन भी जिला मुख्यालय से लगे काली मंदिर क्षेत्र में लोगों ने टाइगर देखने का दावा किया। इसके पहले लगातार दो-तीन दिनों से विभिन्न इलाकों में टाइगर के देखे जाने की सूचना मिल रही है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

फिर नजर आया बाघ  

रविवार को जिला मुख्यालय के  कंटगी नाका क्षेत्र में कुछ लोगों ने खेत में टाइगर देखे जाने का दावा किया। लगभग आधा दर्जन लोगों का कहना है कि उन्होंने टाइगर को खेत में बैठे हुए देखा। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली थाना प्रभारी बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन प्रशासन को टाइगर के पगमार्क नहीं मिल सके।

कई दिनों से मिल रही है सूचना

जिला मुख्यालय के आसपास लगे ग्रामीण इलाकों में टाइगर के देखे जाने या आवाज सुनने की जानकारी पिछले कई दिनों से मिल रही है। पिछले सप्ताह ढेंकी, अलोनिया क्षेत्र में टाइगर के होने की सूचना ग्रामीणों ने दी थी। इसके बाद दिसबंर माह की 30 तारीख को मानेगांव, कोहका क्षेत्र में लोगों ने बाघ के गुर्राने की आवाज सुनने का दावा किया था। जिसके बाद भी पुलिस टीम मौके पर गई थी और पटाखे आदि फोड़कर बाघ को भगाने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा हरिदर्शन क्षेत्र में भी शनिवार को बाघ के होने की बात सोशल मीडिया में की गई थी।

प्रशासन बोला रहें सतर्क

प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। लोगों से अकेले बाहर न निकलने, रात-बेरात कहीं बाहर घूमने से बचने की नसीहत दी गई है। प्रशासन का कहना है कि यदि बाघ लोगों को नजर आता है तो उससे छेड़छाड़ करने से बचें और फौरन वन विभाग और पुलिस को इस बात की सूचना दें। वहीं लोगों की अपेक्षा है कि किसी अप्रत्याशित घटना के पहले शीघ्र शहर के आसपास नजर आने वाले टाइगर को जंगल की ओर खदेडऩे की जरूरत है।
चाहिए नया इलाका
जिले में बाघों की संख्या में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि पेंच पार्क सहित जिले के वन क्षेत्रों में एक सैकड़ा बाघ मौजूद हैं। एक नर बाघ को अमूमन 25 किलोमीटर की टैरेटरी की जरूरत होती है। वहीं मादा बाघिन को 15 वर्ग किमी दायरे की जरूरत होती है। ऐसे में पेंच पार्क बाघों के लिए कम पड़ रहा है। इसके साथ ही आसान शिकार जैसे मवेशी आदि के लिए भी बाघ जंगलों से बाहर आ रहे हैं।

इनका कहना है,

हमें बाघ के देखे जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची थी लेकिन बाघ के पदचिन्ह आदि नहीं मिले। लोग सतर्क रहें और बाघ दिखने पर सूचित करें।
- दानसिंह उइके, रेंज ऑफिसर
बाघ की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। लोगों को सावधान रहने की समझाइश दी गई है। लोग सतर्क रहें, सावधान रहे।
- महादेव नागौतिया, नगर निरीक्षक
 

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