चार विधायकों को ठगों ने दिया 100 करोड़ रुपए में शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने झांसा

गिरफ्तार चार विधायकों को ठगों ने दिया 100 करोड़ रुपए में शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने झांसा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-20 16:06 GMT
चार विधायकों को ठगों ने दिया 100 करोड़ रुपए में शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने झांसा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधायकों को 100 करोड़ रुपए में राज्य की शिंदे सरकार में मंत्री बनाने का झांसा देकर ठगी की कोशिश करने वाले चार आरोपियों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिल्ली में बड़े भाजपा नेता के संपर्क में होने का दावा करते हुए आरोपियों ने चार विधायकों से संपर्क कर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनवाने का वादा किया था। मामले में दौंड के भाजपा विधायक राहुल कुल के निजी सचिव ओंकार थोरात की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जाल बिछाकर आरोपियों को उस वक्त पकड़ा गया जब वे पहली किश्त के रूप में 18 करोड़ रुपए लेने पहुंचे थे। कुल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आरोपियों ने संपर्क कर दावा किया था कि उनकी दिल्ली में बड़े नेता से पहचान है और 100 करोड़ देने पर वे शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री बनवा सकते हैं। कुल ने कहा कि उन्हें पहली ही नजर में लगा कि आरोपी का दावा झूठा है इसलिए उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और फिर पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। माण-खटाव से विधायक जयकुमार गोरे को भी आरोपियों ने इसी तरह का झांसा दिया था। गोरे ने कहा कि हमारे साथ किसी तरह की ठगी नहीं हुई क्योंकि हमने पहली नजर में ही ठग को पहचान लिया और फिर उसे पुलिस तक पहुंचाने के लिए सौदेबाजी कर पैसे लेने के लिए बुलाया। मामले में पकड़ा गया मुख्य आरोपी रियाज शेख कोल्हापुर का जबकि योगेश कुलकर्णी, सागर संगवई और जाफर अहमद उस्मानी ठाणे और मुंबई के रहने वाले हैं। 

ऐसे जाल में फंसा आरोपी

थोरात को रियाज ने 17 जुलाई को फोन किया और कहा कि उसे राहुल कुल ने मिलने के लिए बुलाया था लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे हैं। थोरात ने संदेश कुल तक पहुंचाया। बाद में भी रियाज का फोन आता रहा तो मुलाकात के दौरान थोरात ने कुल को इसकी जानकारी दी। इसके बाद कुल ने थोरात को बताया कि रियाज ने उन्हें 12 जुलाई को फोन किया था और शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने की बात कह कर इसके लिए 100 करोड़ रुपए मांगे थे। बाद में कुल ने रियाज को होटल ओबेरॉय के कैफेटेरिया में मिलने के लिए बुलाया और बातचीत की। इस दौरान रियाज को झांसा देने के लिए कुल ने कहा कि वे 90 करोड़ रुपए ही दे सकते हैं। रियाज मान गया लेकिन 20 फीसदी रकम पहले मांगी। इसके बाद कुल ने उसे 18 जुलाई को मिलने की बात कही और मामले की सूचना पुलिस को दे दी। रियाज पैसे लेने के लिए आया तो पुलिस ने पहले उसे फिर उसके तीन और साथियो को दबोच लिया। मामले में मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ने ठगी के आरोप में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की है।  

 

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