संभाग मुख्यालय में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र नहीं, अभ्यर्थी परेशान
अंचल के युवाओं को दूसरे शहरों की लगानी पड़ती है दौड़ संभाग मुख्यालय में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र नहीं, अभ्यर्थी परेशान
डिजिटल डेस्क,शहडोल। नौकरी से लेकर इंजीनियरिंग व मेडिकल सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित होने के दौर में आदिवासी बाहुल्य शहडोल संभाग में एक भी ऐसा केंद्र नहीं है, जहां परीक्षाएं ऑनलाइन संचालित हो सके। यहां ऑनलाइन परीक्षा सेंटर नहीं होने से आदिवासी अंचल के युवा परीक्षा देने के लिए दूसरे शहरों की दौड़ लगाने विवश हैं। परीक्षा की तारीख तय होने से एक से दो दिन पहले ही सतना, भोपाल व इंदौर सहित अन्य शहरों की दौड़ लगाने परेशान हैं। कई बार यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से अभ्यर्थियों को कई दिन पहले ही घर से निकलना पड़ता है। इसमें पैसे के साथ ही समय का भी नुकसान होता है।
अभ्यर्थियों ने कहा शहडोल में जरुरी है ऑनलाइन परीक्षा केंद्र
शहडोल में ऑनलाइन परीक्षा सेंटर नहीं होने के कारण परीक्षा में शामिल होने बाहर जाना पड़ता है। नेट क्वालीफाई शुभांगी गुप्ता (एमए हिस्ट्री), एमएससी फस्र्ट सेमेस्टर की छात्रा अंजली द्विवेदी, मीना सिंह, गायत्री राय और शालिनी गुप्ता, बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा नूर अफरोज, निकिता गुप्ता व रीतिका जोगी ने बताया कि परीक्षा के समय परिवार के सदस्यों को दूसरा काम निकल आया या फिर छुट्टी नहीं मिली तो परीक्षा से वंचित होना पड़ता है। कई बच्चों का भविष्य दांव पर लग जाता है। ऑनलाइन परीक्षा की सुविधा होने से शहडोल के साथ ही अनूपपुर व उमरिया के लाखों लोगों को लाभ होगा। समय की बचत होगी और सफर की परेशानी के साथ ही पैसा भी बचेगा। अभिभावकों ने मांग रखी कि इस दिशा में प्रशासन को आगे आकर प्रयास करना चाहिए।
खास-खास
गल्र्स कॉलेज में 150 कम्प्यूटर की डिमांड भेजी गई थी। इस पर आगे विचार नहीं हुआ और प्रक्रिया अटक गई।
पूर्व में एक निजी कॉलेज में कुछ परीक्षाएं ऑनलाइन हुई थी, लेकिन बाद में सुविधा बंद हो गई।
इंजीनियरिंग कॉलेज में सीएस का ब्रांच चालू कर सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकती है।
पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय प्रबंधन इस दिशा में सकारात्मक प्रयास कर सुविधा उपलब्ध करवा सकती है।
- शहडोल में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र खुलने से अभ्यर्थियों की सुविधा को लेकर प्रयास करते हैं। संबधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।
वंदना वैद्य कलेक्टर