आगामी 5 दिनों तक बारिश के नहीं हैं आसार
राहत देने के बाद रूठे बदरा आगामी 5 दिनों तक बारिश के नहीं हैं आसार
डिजिटल डेस्क,कटनी। राहत देने के बाद चार दिन से बदरा रुठा हुआ है। जिसके चलते कटाए घाट स्थित बैराज का पानी का स्तर फिर से डेड स्टोरज के समीप पहुंच गया है। इधर आषाढ़ में तेज तपिश से लोग परेशान हैं। इन सबके बीच आगामी एक सप्ताह तक मौसम से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि जरुर एक सप्ताह पहले मानसून एक्टिव हुआ था। जिसके चलते लगातार तीन दिनों तक बारिश भी हुई थी। यह सिस्टम जल्द ही शांत हो गया। समुद्र में नया सिस्टम बनने से ही 29 जून से बूंदा-बांदी के आसार हैं। तेज बारिश के लिए जुलाई का इंतजार करना पड़ेगा। जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही तेज बारिश होने की संभावना है।
दो इंच पानी हुआ कम
एक सप्ताह पहले तीन दिन तक बारिश होने से नगर निगम को पेयजल व्यवस्था के लिए पानी से एक उम्मीद जागी थी। 20 जून को पेयजल शाखा के अधिकारियों ने बताया था कि बारिश होने से बैराज का जलस्तर 4 इंच बढ़ा हुआ है। यदि इसी तरह की बारिश होती रही तो नदी का जलस्तर बढऩे से पेयजल आपूर्ति में की जाने वाली कटौती को आगामी समय में कम किया जा सकता है, लेकिन अफसरों और आम लोगों की उम्मीदों पर मानसून ने पानी फेर दिया। जिसका परिणाम है कि चार दिन के अंतराल में करीब 15 लाख लीटर पानी कम हो गया है। डेड स्टोरेज के आसपास ही पानी है। अब शहर में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह से मानसून में टिका हुआ है।
दिन में तपिश तो रात में उमस
दिन में तपिश बरकरार है, तो रात में उमस से लोग परेशान हैं। बारिश के बाद आठ दिन पहले जहां दिन का पारा गोता लगाते हुए 31 पर पहुंच गया था। वहीं रात का पारा भी लगातार नीचे की ओर खिसकते हुए 21 डिग्री सेल्सियस के पायदान पर रहा। वहीं 21 जून से दिन और रात के पारे में रोजाना एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। जिस तरह से मौसम विभाग ने अभी आगामी पांच दिन तक बारिश नहीं होने के संकेत दिए हैं। उसे देखते हुए यह कहा जा रहा है कि आषाढ़ में भी दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंचेगा।
टफ लाइन बनने का इंतजार
कृषि विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ.संदीप कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि स्ट्रांग टफ लाइन बनने के बाद ही तेज बारिश होगी। मानसून का टफ लाइन जहां-जहां से गुजरेगा। वहां पर बारिश होगी। समुद्र में नया सिस्टम बनने में अभी चार से पांच दिन का समय लगेगा। नए सिस्टम से ही बारिश के आसार हैं। खरीफ बोवाई में किसान किसी तरह से जल्दबाजी न करें।