वनभूमि से कब्जा हटाने पहुंची टीम आदिसवासियों ने किया पथराव
वनरक्षक व चालक घायल, जेसीबी में तोडफ़ोड़ वनभूमि से कब्जा हटाने पहुंची टीम आदिसवासियों ने किया पथराव
डिजिटल डेस्क उमरियापान। ढीमरखेडा तहसील के दूरस्थ ग्राम छाहर में वन विकास निगम की वन भूमि से कब्जा हटाने जेसीबी एवं भारी लाव लश्कर के साथ चार विभागों की टीमें पहुंची लेकिन आदिवासियों के जबर्दस्त विरोध के चलते बिना कार्यवाही बैरंग लौटना पड़ा। कब्जाधारियों द्वारा किए गए पथराव में एक वनरक्षक एवं जेसीबी के ड्राइवर के घायल होने की खबर है। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे वन विकास निगम के साथ ही राजस्व, वन विभाग का अमला तीन थानों की पुलिस के साथ ग्राम छाहर में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने पहुंचा। यहां लगभग 50 एकड़ में आदिवासियों द्वारा कब्जा कर फसल बोई जा रही है। वन विकास निगम, वन विभाग के लगभग दो सौ कर्मचारियों के साथ उमरियापान, ढीमरखेड़ा एवं स्लीमनाबाद का पुलिस बल भी लगाया गया था। वन विभाग एवं प्रशासन की टीम सुबह पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी, आदिवासियों के विरोध के आगे घुटने टेकने पड़े। कार्यवाही की भनक लगते ही लगभग पांच सौ लोग इक_ा हो गए थे।
बताया गया है कि जैसे ही कार्यवाही के लिए चालक ने जेसीबी आगे बढ़ाई। अतिक्रमणकारियों और ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। इस बीच आक्रोशित कुछ लोगों ने जेसीबी पर पथराव कर दिया। जिससे जेसीबी के कांच टूट गये। घटना में एक वन रक्षक और जेसीबी चालक के घायल होने की खबर है। इस दौरान अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए कार्यवाही रोकना पड़ी। लोगों का कहना था कि वे काफी समय से भूमि पर खेती कर परिवार का पालन कर रहे हैं। खेती उजाड़ दी जाएगी तो वे अपने परिवार को कैसे पालेंगे। शाम करीब 4 बजे तक प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद रहा। समझाईश के बाद अधिकारियों ने एक माह के भीतर स्वयं से अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी। अधिकारियों ने कहा कि इसके बाद भी यदि भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान प्रभारी तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, प्रशिक्षु रेंजर वर्षा सिंह बिसेन, उत्तम मिश्रा, उमरियापान थाना प्रभारी जीपी विश्वकर्मा सहित राजस्व निरीक्षक, पटवारी, वन विकास निगम अमला के अलावा ढीमरखेडा, उमरियापान, स्लीमनाबाद का पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा।
इनका कहना है-
छाहर में वन विकास निगम की 50 एकड़ जमीन में कब्जा करके खेती की जा रही है। मंगलवार को वन विकास निगम एवं वन विभाग के दल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के लिए राजस्व व पुलिस अमला भी था। ग्रामीणों ने फसल नहीं उजाडऩे की बात कही और फसल काटने के बाद स्वयं कब्जा हटाने सहमति दी। चालक द्वारा जेसीबी आगे बढ़ाने का ग्रामीणों ने विरोध भी किया। वहां की परिस्थितियों को देखते हुए ग्रामीणों का एक माह का समय दिया गया है।
-हरीसिंह धुर्वे प्रभारी तहसीलदार