धान खरीदी में गड़बड़ी खंगालने पहुंची टीम, दलालों के माथें पर चिंता
कटनी धान खरीदी में गड़बड़ी खंगालने पहुंची टीम, दलालों के माथें पर चिंता
डिजिटल डेस्क कटनी धान खरीदी में अफसरों की मनमानी उन पर भारी पड़ते हुए दिखाई दे रही है। गुरुवार को जांच टीम जिले में दबिश दी। इस दौरान खरीदी के संबंध में सभी तरह के दस्तावेज खंगाले। टीम में जबलपुर क्षेत्रीय कार्यालय, सिहोरा नागरिक आपूर्ति निगम और रीवा के नान डीएम संजय सिंह शामिल रहे। जांच टीम के पहुंचने के बाद बिचौलियों की धडक़नें बढ़ गई है। अभी भी करीब 5 हजार मीट्रिक टन धान (नान एफएक्यू)गोदामों के बाहर रखी है। ऐसे मेें पास-फेलके खेल में भी पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। खरीदी के समय स्लीमनाबाद के पडऱभटा केन्द्र के अंदर यूपी और हरियाणा की धान एसडीएम ने जब्त की थी। इस पर भी कार्यवाही की संभावना विभागीय सूत्र जता रहे हैं।
लक्ष्य से अधिक उपार्जन
चालू खरीफ उपार्जन वर्ष में प्रशासन ने 32 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा हुआ था। इसके बावजूद अन्य राज्यों की धान केन्द्रों में खपाने में सिंडिकेट सफल हो गए और खरीदी का यह आंकड़ा 33 लाख क्विंटल तक जा पहुंचा। सबसे बड़ी बात यह रही कि पिछले वर्ष 41 हजार किसानों ने जहां उपज बेची थी। वहीं चालू खरीफ उपार्जन में महज 39 हजार किसानों की उपज से ही लक्ष्य का आंकड़ा पार कर लिया।
पडऱभटा की खुलेगी फाइल
स्लीमनाबाद क्षेत्र के पडऱभटा में करीब 17 लाख रुपए की बाहरी उपज के मामले में अफसरों के द्वारा राजनैतिक दवाब के आगे लीपापोती करने की जानकारी जांच टीम को मिली है। ऐसे में अफसर यहां पर भी पहुंचकर नए सिरे से इसकी जांच कर सकते हैं। खरीदी केन्द्र के जानकारों ने बताया कि यदि नियमों के तहत जांच की गई तो विभाग के कई अफसरों तक इस गड़बड़ी की आंच पहुंचेगी।
तीन से चार दिन तक जांच
नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक मधुर खर्द ने बताया कि धान खरीदी की ही जांच करने अधिकारी आए हैं। टीम में शामिल अन्य अधिकारी अभी नहीं आए हैं। तीन से चार दिन तक इसकी जांच चलेगी। जांच अधिकारी खरीदी की यह रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगे। इसलिए इस संबंध में और अधिक जानकारी जांच टीम में शामिल अधिकारी ही दे सकते हैं।
धान मिलिंग को लेकर कलेक्टर ने सुनीं मिलर्स की समस्याएं
मिलर्स की जो भी समस्याएं हैं, उसको लेकर सीधे चर्चा करें। जिला प्रशासन के दरवाजे आप लोगों के लिए हमेशा खुले हैं। जो भी समस्या होगी उसका हल निकालने का प्रयास किया जाएगा। यह बात कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को नगर के मिलर्स के साथ आयोजित बैठक के दौरान कही। श्री मिश्रा ने बैठक के दौरान मिलर्स से धान की कस्टम मिलिंग को लेकर चर्चा की। साथ ही कहा कि जितने भी मिलर्स आगामी मिलिंग को लेकर सहमत हैं, वे अपना एक सहमति पत्र बनाकर दें ताकि आगे की प्रक्रिया प्रारंभ हो सके। कलेक्टर श्री मिश्रा ने मिलर्स की समस्याएं भी सुनी। मिलर्स ने पेनाल्टी की राशि अधिक होने और मिलिंग के बाद चावल की लॉट की जांच करने के बाद पूरा लॉट ही रिजेक्ट न करते हुए जितने चावल की क्वालिटी में कमी है, सिर्फ उसी को ही रिजेक्ट करने का आग्रह किया। जिस पर कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि इसको लेकर स्थानीय व उच्चाधिकारियों से चर्चा की जाएगी। इस दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी व मिलर्स मौजूद थे।