मुख्यालय से सटे समीपस्थ जुहली पंचायत में सरकारी जमीन को बेचने का मामला प्रकाश में आया
कटनी मुख्यालय से सटे समीपस्थ जुहली पंचायत में सरकारी जमीन को बेचने का मामला प्रकाश में आया
डिजिटल डेस्क,कटनी। मुख्यालय से सटे समीपस्थ जुहली पंचायत में सरकारी जमीन को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से की है। कलेक्टर को सौंपे गए शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि पूर्व कोटवार सुकाली दाहिया को शासन ने जीवकोपार्जन के लिए गांव के अंदर ही जमीन का आवंटन किया था।
इनकी मौत के बाद उक्त जमीन वर्तमान कोटवार राजा दाहिया और हरी दाहिया को स्थानांतरण हो गया। इसके बाद इन्होंने 1266 के अंश भाग को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर गांव के लोगों को ही विक्रय कर दिए। यही नहीं मुख्य मार्ग में लगे शासकीय जमीन जो इन्हें शासन ने दिया था उस पर गांव के ही कुछ लोगों के साथ मिलकर ईंटभट्टा लगाकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
उक्त जमीन में खेल मैदान बनाने का प्रस्ताव रहा। यहां तक कि विधायक ने इस संबंध में पत्र भी लिखा था। इसके बावजूद उक्त जमीन को खाई में तब्दील कर दिया गया है। शिकायतकर्ता में देशमुख पाण्डेय, वीपी सिंह, सौदागर सिंह, रणधीर सिंह, राकेश, रमाकांत के साथ अन्य लोग शामिल हैं। शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि इसमें राजस्व विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं। बिना उनकी सहमति के इस तरह का कृत्य नहीं किया जा सकता था। नियमानुसार शासकीय मद की भूमि को दूसरे कामों में स्थानांतरण नहीं किया जा सकता कूटरचित दस्तावेज के आधार पर बेचा गया है।