पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद भी खोल रखी थी क्लीनिक, शिकायत पर प्रशासन ने मंगतराम हॉसिपटल पर जड़ा ताला

पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद भी खोल रखी थी क्लीनिक, शिकायत पर प्रशासन ने मंगतराम हॉसिपटल पर जड़ा ताला

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-20 16:29 GMT
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डिजिटल डेस्क कटनी।  कोरोना संक्रमित होने के बाद भी नई बस्ती में क्लीनिक खोलकर मरीजों का उपचार करना डॉक्टर को मंहगा पड़ गया। मंगलवार को इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अमले को लगी। मौके पर पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। जिसके बाद क्लीनिक को सील कर दिया गया है। विभागीय अधिकारियों को जानकारी लगी थी कि डॉक्टर मंगतराम हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। अफसर जैसे यहां पहुंचे, देखे की क्लीनिक बकायदा खुला हुआ है। मरीजों का भी आना-जाना लगा है। नायब तहसीलदार ने कार्यवाही की पुष्टि करते हुए कहा है कि कोविड के प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर यह कार्यवाही की गई है।
अंदर चल रहा था इलाज-
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासनिक अफसर और पुलिस ने यह कार्यवाही बाहर से ही की। लोगों का आरोप रहा कि मरीजों के इलाज के नाम पर यहां के डॉक्टर जानबूझकर संक्रमण फैलाने का काम कर रहे हैं। यह अस्पताल आंखों के इलाज के लिए जाना जाता है। साथ ही इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ भी हैं। ऐसे में मरीजों के पहुंचने की जानकारी मिली थी। डॉक्टर के पॉजिटिव होने के बाद क्लीनिक खुला होने से मरीज भी पहुंचते थे। जिससे आसपास के क्षेत्रों में भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा था।
पहले भी हुई थी कार्यवाही-
यह पहला मामला नहीं है, जब प्रोटोकाल का डॉक्टर ने उल्लंघन किया है। करीब एक वर्ष पहले भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन डॉक्टर ने किया था। जिसके बाद प्रशासन ने क्लीनिक पहुंचकर कार्यवाही की थी। अप्रैल माह में जब संक्रमण का दायरा बढ़ा और एक साथ सभी पॉजिटिव लोगों पर प्रशासन का नजर रखना संभव नहीं हुआ, तो इसका फायदा इसके संचालक डॉक्टर मंगतराम लालवानी ने उठाया।
इधर अस्पताल में भी भर्रेशाही-
मंगलवार को अस्पताल में डॉक्टर की भर्रेशाही उजागर हुई। जिला अस्पताल के सीएस और सीएमएचओ ने जब समस्या नहीं सुनी तो सोशल मीडिया में मरीजों के परिजनों ने अपना दर्द उजागर किया। जिसमें लिखा गया कि अस्पताल में डयूटी में तैनात डॉक्टर मरीजों को न देखते हुए निजी क्लीनिकों पर ध्यान दे रहे हैं। अस्पताल में सिर्फ चेहरा दिखाने के लिए पहुंचते हैं। दस से पंद्रह मिनट बाद ही कई डॉक्टर गायब हो जाते हैं। जिससे लोगों को स्वास्थ्य
सेवाओं से वंचित होना पड़ रहा है। लोगों ने मांग की ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ भी प्रशासन को कार्यवाही करते हुए उनके निजी क्लीनिकों को सील कर देना चाहिए, ताकि अस्पताल में दूर-दराज से पहुंचने वाले मरीजों का ठीक तरह से उपचार हो।
इनका कहना है-
मंगतराम अस्पताल के डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बावजूद वे क्लीनिक खोलकर मरीजों का इलाज कर रहे थे। शिकायत मिलने पर मंगलवार को मौके पर अमला पहुंचा। यहां पर क्लीनिक खुली हुई थी। प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर क्लीनिक को सील कर दिया गया है।
- रविन्द्र पटेल, नायब तहसीलदार

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