आर्मेनिया से 14 दिन बाद मेडिकल छात्र का पार्थिव शरीर पहुंचा घर
28 अगस्त को आई थी निधन की जानकारी, तब से परिजन कर रहे थे इंतजार आर्मेनिया से 14 दिन बाद मेडिकल छात्र का पार्थिव शरीर पहुंचा घर
डिजिटल डेस्क रीवा। मेडिकल एजुकेशन के लिए आर्मेनिया देश गए एक छात्र की मौत के 14 निधन दिन पार्थिव शरीर घर पहुंचा है। जिले के तराई अंचल त्योंथर के सोहरवा गांव में रहने वाले कैलाश नारायण का पुत्र आशुतोष द्विवेदी 27 वर्ष आर्मेनिया के येरेवन शहर में स्थित विश्वविद्यालय से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। जहां से 28 अगस्त को उसके निधन की सूचना परिजन को दी गई थी। इसके बाद से ही पार्थिव शरीर का परिजन इंतजार कर रहे थे।
रात दो बजे एयरपोर्ट पर उतरा शव
मृतक के चचेरे भाई अरविंद द्विवेदी ने बताया कि बीती रात 2 बजकर 10 मिनट पर पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में उतरा। यहां से निजी एम्बुलेंस से शव को गांव लाया गया।
गांव में थी पूरी तैयारी
गांव में अंतिम संस्कार को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई थी। शाम लगभग पौने चार बजे शव सोहरवा गांव पहुंचा। घर पर शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार समय रहते अंतिम संस्कार की प्रक्रियाएं पूरी की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
शव लाने हर स्तर पर हुए प्रयास
आशुतोष का शव लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास हुए। सांसद जर्नादन मिश्र ने 29 अगस्त को विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था। वहीं त्योंथर विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी ध्यान आकृष्ट कराया था। जिस पर सीएम ने भी विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा था। राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल ने भी अपने स्तर पर प्रयास किया। कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी इस संबंध में आवश्यक प्रक्रियाएं की।