आवारा पशुओं का आतंक बीच रास्ते पर, गल्ली मोहल्लों में नागरिकों के सामने बड़ी समस्या

अकोट आवारा पशुओं का आतंक बीच रास्ते पर, गल्ली मोहल्लों में नागरिकों के सामने बड़ी समस्या

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-21 11:38 GMT
आवारा पशुओं का आतंक बीच रास्ते पर, गल्ली मोहल्लों में नागरिकों के सामने बड़ी समस्या

डिजिटल डेस्क, अकोट। शहर के हर एक मार्ग पर, गली और मोहल्लों में फिलहाल आवारा पशुओं के झुंड नजर आ रहे हैं। बीच रास्ते पर पुशओं के मुक्तसंचार से वाहनधारक  परेशान हो रहे हैं। कभी भी बड़ी दुर्घटना की संभावना बढ़ गई है। वहीं गली और मोहल्लों में आवारा पशु लोगों के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। क्या नगर पालिका प्रशासन की कोई जिम्मेदारी नहीं है। क्या किसी की जान गवां बैठेने के बाद नगर पालिका की नींद खुलेगी, ऐसे कई सवाल शहर के नागरिकों द्वारा उपस्थित किए जा रहे हैं। शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिए सिरदर्द और जान को खतरा बन रही है। मैन रोड ही नहीं बल्कि हर गली मोहल्ले में आवारा पशुओं का आतंक है। इसके बावजूद नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। ऐसे में कभी किसी के साथ हादसा हुआ तो फिर इस के लिए जिम्मेदार कौन, ऐसा सवाल शहर की जनता उपस्थित कर रही है। 

अकोट शहर में आवारा पशुओं में सबसे ज्यादा खतरना और सिरदर्द   सांड होते है। सडक़ और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। सब्जी मंडी में भी आवारा पशुओं से व्यावसायी और बाजार में आने वाले ग्राहक परेशान हो रहे हैं।  इसी प्रकार गली मोहल्लों में भी आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। आवारा पशु झुंड में रहते हैं जो किसी पर अटैक करें तो बचना मुश्किल है शहर में बढ़ते आवारा पशु लोगों की जान के लिए बड़ा खतरा मना जा रहे है। आवारा पशुओं को पकडक़र गोशाला या जंगल में छोडऩे की जिम्मेदारी   नगर परिषद की है लेकिन नगर परिषद की लापरवाही से शहर में आवारा जानवर दिन ब दिन बढ़ रहे हैं। जिससे शहर के लोगों में असंतोष व्यक्त किया जा रहा है।

मवेशी मालिकों की मनमानी
अकोट शहर में अन्य पशुओं के साथ साथ आवारा गायों की संख्या भी बढ़ रही है।  शहर में कुछ लोगों ने गाय पाल रखी हैं, लेकिन अधिकांश लोग दूध निकालने के बाद गायों को डंडा मारकर सडक़ पर इधर-उधर चारे के लिए छोड़ देते हैं। यह गाएं फिर शहर में चारा और पानी की तलाश में भटकती रहती है। इस में अधिकांश गाएं मुख्य रास्ते के बीच डेरा डाल देती है। जो यातायात प्रभावित करती है।

अचानक हो सकता है हमला
सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। सब्जी मंडी में सांडों का आतंक इस कदर है कि लोग सब्जी खरीदने के लिए आने से कतरा रहे हैं। इसी प्रकार गली मोहल्लों में भी आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। आवारा पशु झुंड में रहते हैं जो किसी पर भी अचानक हमला कर सकते हैं। 
 

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