जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर जवा के गोहटा गांव में स्थापित दसवीं शताब्दी की प्रतिमा
शिव मंदिर के स्तंभ में नृत्य मुद्रा में गजानन, लोगों के आकर्षण का केंद्र जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर जवा के गोहटा गांव में स्थापित दसवीं शताब्दी की प्रतिमा
डिजिटल डेस्क,रीवा। दस दिवसीय गणेश उत्सव की धूम पूरे जिले में देखने को मिल रही है। विंघ्नहर्ता की प्रतिमा घरों से लेकर पंडाल तक में स्थापित की गई है। लोग गजानन की भक्ति में डूबे हैं। इस बीच जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर जवा को गोहटा के शिव मंदिर के स्तंभ में स्थापित गजानन आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। आस पास के भक्त बड़ी संख्या में पहुंचते हैं और विंघ्नहर्ता की पूजा करते हैं।
दरअसल, गजानन की प्रतिमा नृत्य मुद्रा में है, ये प्रतिमा स्थानीय शिव मंदिर के स्तंभ में उकेरी गई है। ग्रामीण की माने, तो वे बचपन से प्रतिमा की पूजा करते रहे हैं। वहीं पुरातत्व विभाग इसे दसवीं शताब्दी का बताता है। जिसके चलते इसकी महत्ता और बढ़ जाती है।
नदी के किनारे मंदिर
मंदिर भगवान शिव का है, जो टमस नदी के किनारे स्थापित है। इस मंदिर की आस पास बड़ा महत्व है। गणेश उत्सव के समय मंदिर आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ गई है। इसके पीछे बड़ा कारण स्तंभ में उकेरे गए नृत्य मुद्रा में गजानन हैं। जिनकी पूजा भक्त कर रहे हैं।
मात्र एक प्रतिमा
गोहटा गांव में अति प्राचीन शिव मंदिर में जो स्तंभ लगे हुये हैं। उनमें से एक स्तंभ में यह गणेश प्रतिमा है। यहां कई स्तंभ हैं। लेकिन उन स्तंभों में अन्य देवी-देवताओं के भग्नावशेष अथवा उनकी प्रतिमायें हैं। बताया गया है कि यहां एक शिवलिंग है, जिसके बाहर शेषनाग की आकृति भी है।