गोंडवाना यूनिवर्सिटी में शुरू होगा टाटा टेक्नॉलाजी का कौशल विकास केंद्र
बड़ी योजना गोंडवाना यूनिवर्सिटी में शुरू होगा टाटा टेक्नॉलाजी का कौशल विकास केंद्र
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली. पिछले अनेक दिनों से प्रलंबित गोंडवाना विश्व विद्यालय की पृथक इमारत के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ने अब गति पकड़ ली है। मंगलवार तक विवि के लिए अपेक्षित 208 एकड़ में से तकरीबन 90 एकड़ भूमि का संपादन हो गया है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के साथ ही विवि द्वारा अब विद्यार्थियों को कौशल शिक्षा प्रदान करने के लिए टाटा टेक्नॉलाजी का कौशल विकास केंद्र शुरू करने का निर्णय लिया गया है। गोंडवाना विवि, जिला प्रशासन और नगर प्रशासन के सहयोग से यह प्रकल्प आरंभ होगा। करीब 170 करोड़ रुपए की लागत से 1 एकड़ भूमि में यह प्रकल्प साकार होगा। आगामी 15 दिनों के भीतर इस प्रकल्प का निर्माणकार्य शुरू किये जाने की जानकारी मंगलवार को आयोजित पत्र परिषद में विवि के कुलपति डा. प्रशांत बोकारे ने दी।
गोंडवाना विश्व विद्यालय, चंद्रपुर के सर्वोदय शिक्षा मंडल और सूर्यांश साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच की ओर से आगामी 16 से 18 दिसंबर तक चंद्रपुर में विदर्भ साहित्य संघ का विदर्भ साहित्य सम्मेलन आयोजित किये जाने की जानकारी देते हुए कुलपति डा. बोकारे ने बताया कि, जिला प्रशासन और गोंडवाना विवि के संयुक्त तत्वावधान में विवि में अल्फा अकेडमी की स्थापना की गयी है, जिससे विद्यार्थियों को आईटी क्षेत्र का ज्ञान और रोजगार मिलेगा। अकेडमी में करीब 650 से अधिक विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन करवाया है। 15 िदसंबर से प्रशिक्षण आरंभ होगा। विवि परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए प्रशस्त सभागृह, अतिथि गृह और खुले रंगमंच का निर्माणकार्य भी आरंभ किया गया है। पूरे राज्य में गोंडवाना विवि को मॉडेल विवि बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस विवि के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्र की शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है। आगामी 16 दिसंबर से चंद्रपुर में होने जा रहे विदर्भ साहित्य सम्मेलन में गोंडवाना विवि के 20 विद्यार्थी स्वयंसेवक के रूप में कार्य करेंगे। विवि के लिए प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण होते ही नई इमारत का निर्माणकार्य पूर्ण होने के बाद इस इमारत में विभिन्न पाठ्यक्रमांे की अकेडमी आरंभ की जाएगी। वहीं वर्तमान में मौजूद इमारत में कौशल केंद्र शुरू रहेगा। पत्र परिषद में प्र-कुलपति डा. श्रीराम कावले, कुलसचिव डा. अनिल हिरेखन आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।