शराब दुकान को लेकर विधायक और संचालक के समर्थक भिड़े, दो के सिर फूटे
रीवा शराब दुकान को लेकर विधायक और संचालक के समर्थक भिड़े, दो के सिर फूटे
डिजिटल डेस्क , रीवा शहर में उर्रहट शराब दुकान के नए स्थान को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच गुरूवार को सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। इस विरोध प्रदर्शन के बीच देखते ही देखते विधायक और शराब दुकान के संचालक के समर्थन आपस में भिड़ गए। मारपीट की इस घटना के दो लोगों के सिर फूटे हैं, जिन्हें उपचार के लिए संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय ले जाया गया। उधर इस विरोध-प्रदर्शन के बीच प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि इस स्थान पर अब दुकान नहीं खुलेगी।
ये हुए घायल
शराब दुकान के विरोध के दौरान हुई इस घटना में जेपी गौतम ४० वर्ष निवासी विवेकानंद नगर को ज्यादा चोट आई है। बताया गया है कि वे शराब दुकान के पार्टनर है। पंचम तिवारी निवासी विवेकानंद नगर का भी सिर फूटा है। घायलों की मानें तो दो अन्य लोग भी चोटिल हुए हैं, जो प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं।
आरोप: विधायक ने उठाया पहला हाथ
शराब दुकान के मैनेजर विपिन त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि विधायक केपी त्रिपाठी ने पहला हाथ उठाया है। इसके बाद फावड़ा के बेट और बेसवॉल से उनके समर्थक टूट पड़े। सीसीटीव्ही कैमरे का डीबीआर भी तोड़ दिया। मैनेजर ने आरोप लगाया कि समान शराब दुकान में सेमरिया विधायक का शेयर हैं, इसलिए वे सुनियोजित तरीके से यह सब करा रहे हैं कि यहां पर दुकान न खुले। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसएएफ चौराहा में स्थित हमारे ग्रुप की दुकान का भी विरोध साजिशन कराया जा रहा है।
एफआईआर के बाद उठे विधायक
सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी ने कहा कि शराब माफिया के लोगों ने यहां विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं आदि को कल धमकाया था। सुबह कलेक्टर और एसपी को इसकी जानकारी उनके द्वारा दी गई। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। जिस पर वे यहां धरने पर बैठने को मजबूर हुए। उन्होंने कहा कि शराब माफिया के लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट का प्रयास किया। जिस पर समर्थकों ने बचाव किया। धरना स्थल पर ही उन्होंने एफआईआर कराई। इसके बाद वे वहां से उठे।
तीन दिन से चल रहा था विरोध
इस स्थान पर शराब दुकान खोले जाने का विरोध पिछले तीन दिनों से चल रहा था। स्थानीय लोगों का कहना था कि जिस स्थान पर दुकान खोली जा रही है, वह बरा क्षेत्र है। इसलिए यहां नियम के तहत दुकान नहीं खुल सकती। इसके साथ ही यहां बगल में नर्सिंग होम हैं। धार्मिक स्थल भी है।
ढाई घंटे तक बंद रहा रास्ता
शराब दुकान के विरोध में विधायक द्वारा धरना दिए जाने के दौरान ढाई घंटे तक एक ओर का रास्ता बंद रहा। एक ही तरफ से वाहनों की आवाजाही होती रही। सड़क पर ही तम्बू तानकर नारेबाजी होती रही। इस दौरान कांग्रेस नेता अभय मिश्रा को अप्रत्यक्ष रूप से टारगेट करते नारे लगाए गए कि धिरमा नाला खुलेगा, मामा का बुलडोजर चलेगा।
पटवारी की रिपोर्ट में यह बरा क्षेत्र
विधायक द्वारा धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही एसडीएम डॉ. अनुराग तिवारी, तहसीलदार आरपी त्रिपाठी, नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला, सीएसपी एसएन प्रसाद सहित आबकारी विभाग का अमला मौके पर पहुंचा। पटवारी को बुलाकर यह देखा गया कि यह जो दुकान खुल रही है वास्तव में कौन सा क्षेत्र है। पटवारी रिपोर्ट में यह बात आई कि यह बरा क्षेत्र है। जिस पर विधायक को बताया गया कि यहां अब दुकान नहीं खुलेगी।
वर्जन-
यहां शराब दुकान खोलने को लेकर विरोध था। सेमरिया विधायक ने यहां आकर धरना दिया। पटवारी रिपोर्ट में पाया गया है कि यह क्षेत्र बरा में आता है। इसलिए दुकान का शटर बंद करा दिया गया है। उर्रहट क्षेत्र में दुकान के लिए जगह देखी जाएगी। विरोध-प्रदर्शन के दौरान दोनों पक्षों से मारपीट की बात आई है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।