एसटीएफ ने पकड़ा नकली खोवा, मिल्क केक और कलाकंद का भारी स्टॉक, भोपाल भेजा सेम्पल
एसटीएफ ने पकड़ा नकली खोवा, मिल्क केक और कलाकंद का भारी स्टॉक, भोपाल भेजा सेम्पल
डिजिटल डेस्क, रीवा। जिले में मिलावटी खोवा, मिल्क केक और कलाकंद की एक बड़ी खेप जबलपुर एसटीएफ ने पकड़ी है। पिछले तीन दिनों से जबलपुर एसटीएफ की टीम यहां जानकारी जुटा रही थी। मिलावटी खोवा सहित अन्य मिठाइयों की जानकारी हाथ लगते ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम के साथ छापामारी कर भारी स्टॉक पकड़ा है। यह कार्यवाही न्यू बस स्टैण्ड सहित एक गोदाम में हुई है। इस कार्यवाही के दौरान 9 क्विंटल कलाकंद एवं 5 क्विंटल मिल्क केक एक गोदाम से बरामद किया गया जबकि पांच क्विंटल खोवा लावारिश हालत में न्यू बस स्टैण्ड से बरामद किया गया है। इसे सीज कर जांच के लिए सेम्पल भोपाल भेजा गया है। टीम ने इस कारोबार में शामिल बब्लू नामदेव से पूछताछ कर यह जानकारी जुटाई है कि मिलावटी मिठाई की यह खेप इलाहाबाद से मंगाई थी।
न्यू बस स्टैण्ड के पीछे बनाकर रखा था गोदाम
मिल्क केक और कलाकंद का भारी स्टॉक न्यू बस स्टैण्ड के पीछे स्थित गोदाम में मिला है। बताया गया कि यहां एक कोचिंग संस्थान भी है। इसी कैम्पस में किराए का एक कमरा लेकर बब्लू नामदेव ने यहां गोदाम बना रखा था। यहीं से वह ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई करता था।
मैहर का है व्यापारी
मिलावटी मिठाइयों के मामले में एसटीएफ जबलपुर के हाथ आया बब्लू नामदेव पुत्र खजांची सतना जिले के मैहर का रहने वाला है। उसने बताया कि रीवा जिले के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में मिठाइयों की सप्लाई करता है। उसके पास इस व्यापार का कोई लाइसेंस नहीं है। इलाहाबाद से मिठाई मंगाने के कोई कागजात भी उसके पास नहीं मिले हैं। बब्लू ने यह भी कहा कि वह खोवा की सप्लाई भी करता है।
तीन दिन से एसटीएफ कर रही थी निगरानी
एसटीएफ जबलपुर का आठ सदस्यीय दल निरीक्षक गणेश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में यहां तीन दिनों से डेरा डाले था। इस टीम में एसआई संध्या मेश्रान, एएसआई रघुवीर सरोते, आरक्षक ओमप्रकाश, राजन पाण्डेय, विनोद पटेल, प्रभात एवं जितेन्द्र शामिल रहे। जैसे ही इस टीम को सटीक जानकारी मिली तो खाद्य सुरक्षा अधिकारी ओपी साहू को अवगत कराया। वे भी अपने सहयोगियों के साथ पहुंच गए। न्यू बस स्टैण्ड से लावारिश हालत में जप्त खोवा सहित गोदाम से कलाकंद और मिल्क केक के सेम्पल जांच के लिए एकत्रित किए गए। अब भोपाल से जांच रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि मिलावट की स्थिति क्या है।
मिलावट तो तय है
मिलावट की सही स्थिति की जानकारी तो जांच रिपोर्ट के आने पर ही पता चलेगा लेकिन प्रारंभिक जांच में टीम को यह भरोसा है कि खोवा, मिल्क केक और कलाकंद तीनों में काफी मिलावट है। यह भी बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 135 रुपए किलो के भाव से यह बिक्री किया जाता रहा।
इनका कहना है
तीन दिन से रीवा में टीम इस कार्यवाही के लिए लगी हुई थी। जानकारी मिलते ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम को साथ लेकर कार्यवाही की गई है। खोवा की बड़ी खेप लावारिश हालत में बस स्टैण्ड से मिली है जबकि मिल्क केक और कलाकंद का भारी स्टॉक एक गोदाम में मिला है। गणेश सिंह ठाकुर, निरीक्षक, एसटीएफ