शरद पवार ने राकांपा अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, अजित का दावा- पुनर्विचार के लिए मांगा समय
बड़ा ऐलान शरद पवार ने राकांपा अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, अजित का दावा- पुनर्विचार के लिए मांगा समय
- नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए बनी कमेटी
- लगातार 24 साल तक पार्टी के अध्यक्ष रहे पवार
- शरद पवार ने इस्तीफे पर पुनर्विचार के लिए मांगा समय
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने अपने राजनीतिक जीवन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। पवार ने राकांपा के गठन के 24 साल तक लगातार अध्यक्ष पद पर बने रहने के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पवार ने इस्तीफा देते वक्त कहा कि वह चाहते हैं कि पार्टी का नेतृत्व कोई और करे। मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली और यह जिम्मेदारी अब किसी और को संभालनी होगी। उन्होंने कहा कि अब वह राज्य और देश के दूसरे मामलों पर ध्यान देंगे। पवार ने यह घोषणा अपनी राजकीय आत्मकथा ' लोक माझे सांगाती' के विमोचन पर की। पवार के इस ऐलान के बाद अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि अध्यक्ष पद का उत्तराधिकारी कौन होगा। इस बीच पवार पर इस्तीफा वापस लेने का दबाव बढता देख उन्होंने अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए दो-तीन दिन का समय मांगा है।
देश के दूसरे मामलों पर ध्यान दे सकूंगा- पवार
पवार ने कहा कि साल 1999 में जब उन्होंने राकांपा का गठन किया था। देखते ही देखते 24 साल निकल गए। इस दौरान पार्टी ने महाराष्ट्र और दूसरे राज्यों में कई चुनाव भी जीते। उन्होंने कहा कि 1 मई 1960 को उन्होंने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी और पिछले 63 साल से यह सिलसिला लगातार जारी रहा। उन्होंने कहा पिछले 56 वर्षों में तो मैं किसी ना किसी सदन का सदस्य या मंत्री के रूप में काम करता रहा हूं। राज्यसभा के मौजूदा कार्यकाल में 3 वर्ष बचे हैं इसलिए इन वर्षों में वह राज्य और देश के मामलों पर ज्यादा धयान दे सकेंगे। इसके अलावा मैं इस समय और कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता।
60 वर्ष के जनता के प्यार को नहीं भूल सकता -पवार
पवार ने कहा कि उन्होंने 63 वर्ष के लंबे सार्वजनिक जीवन में रुकने पर विचार किया। जिसके बाद अब अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है। हालांकि मैं कृषि, खेल, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में काम करता रहूंगा। मैं कई एनजीओ से भी जुड़ा हुआ हूं और उनके लिए पहले की तरह काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि पिछले 60 साल में महाराष्ट्र की जनता ने बहुत प्यार और समर्थन दिया उसके लिए मैं सभी का आभारी हूं।
पवार के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, के.के शर्मा, अजित पवार, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, जयंत पाटील, फौजिया खान के अलावा युवा राकांपा अध्यक्ष और राकांपा छात्र कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है।
पवार ने संगठन में बदलाव का इशारा पहले ही किया था
कुछ दिन पहले शरद पवार ने मुंबई में आयोजित युवा मंथन कार्यक्रम में रोटी पलटने की बात कहकर संगठन में बदलाव के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि रोटी को तवे पर सही समय पर नहीं पलटा जाता है तो वो कड़वी हो जाती है। इसलिए अब रोटी को पलटने का सही समय आ गया है। पवार ने युवा संगठन में भी बदलाव के संकेत दिए थे।
इस्तीफे के बाद हो गया गमगीन माहौल
जैसे ही शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान किया वैसे ही वाई बी चव्हाण सभागृह में माहौल गमगीन हो गया। प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील खुद अपने आंसू नहीं रोक पाए। इसके अलावा कार्यक्रम में मौजूद दूसरे कार्यकर्ताओं की आंखे भी नम दिखाई दीं। इस दौरान राकांपा कार्यकर्ता पवार के समर्थन में नारेबाजी करते रहे। विधायक धनंजय मुंडे मंच पर पहुंचकर शरद पवार के पैरों में लोट गए। इसके अलावा जितेंद्र आव्हाड और अनिल देशमुख की आंखों में भी आंसू देखे गए। पुणे के राकांपा अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने तो शहर की पूरी कार्यकारणी के साथ पवार के इस्तीफे के विरोध में इस्तीफा दे दिया।
शरद पवार ने इस्तीफे पर पुनर्विचार के लिए मांगा समय- अजित पवार
राकांपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शरद पवार पर पार्टी के बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं का इस्तीफा वापस लेने के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की शाम पवार से मिलने के लिए अजित पवार, छगन भुजबल, जीतेन्द्र आव्हाड, वंदना चव्हाण और रोहित पवार उनके बंगले सिल्वर ओक पर पहुंच गए और उनसे इस्तीफा वापस लेने की गुजारिश की। अजित ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमने पवार को पार्टी के उन कार्यकर्ताओं की मांग के बारे में बताया जो उनके इस्तीफे के खिलाफ अपने इस्तीफे देने पर उतारु हो गए हैं। अजित ने कहा कि शरद पवार ने अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए 2-3 दिन का समय मांगा है।