30 करोड़ के लिए रुका शकुंतला ब्रॉडगेज, पीयूष गोयल के आदेश रेल अधिकारियों ने नहीं थे माने
सांसद भावना गवली का आरोप 30 करोड़ के लिए रुका शकुंतला ब्रॉडगेज, पीयूष गोयल के आदेश रेल अधिकारियों ने नहीं थे माने
डिजिटल डेस्क, यवतमाल. ब्रिटेन की क्लिक निक्सन कंपनी को उनका शकुंतला रेल और नैरोगेज पर से अधिकार छोड़ने के लिए 30 करोड़ रुपए देने की बात कंपनी के अधिकारियों से चर्चा के बाद तय हुई थी मगर तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल के आदेश को रेल अधिकारियों ने नहीं माना। ऐसी जानकारी सांसद भावना गवली जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी हैै। उन्होंने कहा कि शकुंतला का नैरोगेज से ब्राडगेज में तब्दील करने के लिए गत कई वर्ष से जायजा लिया जा रहा है। इस रेल मार्ग के सर्वे के लिए 500 करोड़ का खर्चा होने की बात रेलवे बोर्ड ने बताई थी मगर बाद में उन्होंने कहा कि इसमें आरओआर (रेवेेन्यू आॅफ रिटर्न) लागत की तुलना में कम आएगा। यही नहीं तकनीकी कारण भी बताकर ब्राडगेज की बात टाल दी गई थी। वर्ष 2018-19 में इस बारे में तत्कालीन रेलमंत्री गोयल के साथ सांसद गवली की कई बार बैठकें हुईं थीं, जिसमें क्लिक निक्सन कंपनी को 12 माह में जबाब देने का नोटिस देना, उस कंपनी का इस रेल और रेलपथ पर से अधिकार छोड़ने के लिए 30 करोड़ देना ताकि उसका अधिकार भारतीय रेलवे बोर्ड को मिले। जब जवाब मिल जाएगा तब रेल अधिकारी और कंपनी के अधिकारी आपस में मिलकर बात करेंगे। लेकिन 30 करोड़ रुपए उस कंपनी को देने से रेलवे के वित्त विभाग ने इनकार कर दिया। इस कारण ब्राडगेज की बात आगे बढ़ी नहींं। रेलवे बोर्ड ने निक्सन कंपनी को नोटिस दिया है, मगर उसका जबाब अब तक आया नहीं ऐसा रेलवे राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने बताया है। यह रेल ब्राडगेज होती है तो यवतमाल रेलवे बड़े लाइन से जुड़ जाएगी। यवतमाल- मूर्तिजापुर इस शकुंतला रेल मार्ग पर 15 स्टेशन है। वहां के लोग भी बस के समान रेलवे से यात्रा कर सकेंगे।