लापरवाही: बोर्ड में हिन्दी के बजाय विज्ञान विषय देख परीक्षार्थियों के उड़े होश
कटनी लापरवाही: बोर्ड में हिन्दी के बजाय विज्ञान विषय देख परीक्षार्थियों के उड़े होश
डिजिटल डेस्क, कटनी माध्यमिक शिक्षा मंडल के हाईस्कूल परीक्षा कक्षा दसवीं के हिन्दी के पहले प्रश्न पत्र में जहां अधिकारी ऑल इज वेल का राग अलापते रहे, वहीं शहर के एक परीक्षा केन्द्र में बड़ी लापरवाही ने छात्रों के चेहरे पर हवाईयां उड़ा दीं। गलती का पता चलने के बाद सुधार किया गया, तब तक परीक्षार्थियों की सांसें अटकी रहीं। मामला शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला एनकेजे परीक्षा केन्द्र का है। एक साल के अंतराल के बाद हो रही ऑफलाइन परीक्षा में छात्र उत्साह के साथ पहुंचे। पहला पेपर हिन्दी का होने से विद्यार्थियों में टेंशन भी नहीं थी। एनकेजे परीक्षा केन्द्र में परीक्षार्थी उस समय हतप्रभ रह गए जब बोर्ड में हिन्दी के बजाय विज्ञान विषय की परीक्षा के अनुसार रोल नंबर की सूचना चस्पा थी। बोर्ड में रोल नंबर तो ठीक थे लेकिन विषय के स्थान पर विज्ञान लिखा था। चंूकि परीक्षार्थी हिन्दी की तैयारी करके आए थे और यहां विज्ञान विषय की परीक्षा की सूचना देख उनके होश उड़ गए। कई परीक्षार्थियों को तो अपना भविष्य अंधकारमय नजर आने लगा और उनके आंसू तक निकल आए। अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने लाए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से चर्चा करने का प्रयास किया लेकिन प्रबंधन ने टाल दिया। हालांकि अभिभावकों ने बच्चों को ढाढ़स बंधाया एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी। जिससे शिक्षा विभाग में हडक़म्प मचा गया। गलती का अहसास होने पर स्कूल प्रबंधन ने विज्ञान विषय की सूचना को हटाकर हिन्दी विषय की सूचना चस्पा की लेकिन कुछ पल के लिए तो छात्रों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह से चर्चा की गई तो पहले तो उन्होने इस बात से इनकार किया, बाद में उन्होंने परीक्षा केंद्रों को सही जानकारी देने के निर्देश की बात कही।
18422 परीक्षार्थी हुए शामिल
माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवीं की परीक्षा हिन्दी के पेपर के साथ शुक्रवार को शुरू हुई। 2020 के बाद हो रही आफ लाइन परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों में पहले घबराहट थी लेकिन जैसे ही पेपर में हाथ में आया, डर निकल गया। इस बार हिन्दी में निबंध नहीं लिखना पड़ा। पहला ही पेपर सरल आने से अगले प्रश्नपत्रों के लिए परीक्षार्थियों में आत्म विश्वास जागा। हाईस्कूल परीक्षा के लिए जिले में 19087 परीक्षार्थी दर्ज थे। इनमें से पहले पेपर में 18422 विद्यार्थी शामिल हुए और 665 अनुपस्थित रहे। जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह के अनुसार जिले भर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई, कहीं भी नकल प्रकरण नहीं बना। डीईओ के अनुसार सभी परीक्षा केन्द्रों में कोविड प्रोटोकाल का पालन कराया गया। परीक्षा कक्ष में जाने के पहले परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई। जिले में कहीं भी किसी छात्र के कोरोना पाजिटिव होने की सूचना नहीं है।
अन्य कक्षाओं की भी होगी ऑफलाइन परीक्षाएं
कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने लगी है। कोरोना से राहत के चलते शिक्षा विभाग ने अन्य कक्षाओं की भी ऑफलाइन परीक्षाएं कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जानकारी के अनुसार होम एक्जाम 22 फरवरी से शुरू होंगे। इसलिए स्कूल प्रबंधन को शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर दिए है।