आधे घंटे की बारिश में धुल गया पेंच वर्क, सडक़ बनी नाला
कटनी आधे घंटे की बारिश में धुल गया पेंच वर्क, सडक़ बनी नाला
डिजिटल डेस्क,कटनी। जगन्नाथ चौक से घंटाघर मार्ग की दुर्दशा अब नासूर बन चुकी है। जालपा देवी मंदिर पहुंचने के मुख्य मार्ग में नगर निगम ने एक दिन पहले ही लाइम स्टोन डस्ट से गड्ढे भरे थे। सुबह जहां डस्ट के कारण धूल के गुबार उड़ रहे थे तो शाम को मात्र आधे घंटे की बारिश में ही पेंच वर्क धुल गया और सडक़ नाला में तब्दील हो गई। इस जर्जर सडक़ में मलबा से भरी नालियां करेला और नीम चढ़ा की लोकोक्ति को चरितार्थ कर रहे हैं। नालियों की सफाई नहीं होने से आधे घंटे में ही जालपा देवी तिराहा से तिलक राष्ट्रीय स्कूल तक सडक़ पर दो से तीन फुट पानी भर गया। ऐसे हालात शहर में कई स्थानों पर देखने मिले। झूलेलाल मार्केट में भी पानी भरने से व्यापारियों एवं ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं नालियों के मलबा से सडक़ के गड्ढे भरने से लोगों ने रविवार आधी रात धरना दे दिया।
नालियों के मलबा से भर रहे थे गड्ढा, भडक़े लोग-
रविवार रात करीब 11 बजे लोग उस समय भडक़ उठे जब नगर निगम का अमला नालियों से निकाले गए मलबा से जालपा देवी तिराहा से तिलक राष्ट्रीय स्कूल तक के गड्ढे पाट रहा था। मौके पर मौजूद नगर निगम के उपयंत्री सुनील सिंह को जमकर खरी-खोटी सुनाई। लोगों का कहना था कि नालियों का मलबा तो न डालें, सडक़ का डामरीकरण करा दें। जिस पर उपयंत्री का जवाब था कि उसे जैसे आदेश मिला है वैसा कार्य वह करा रहे हैं। हंगामा की जानकारी मिलते ही कोतवाली टीआई अजयबहादुर सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे और मामले का शांत कराया। वहीं जब लोगों ने उपयंत्री से निगमायुक्त को कॉल करने कहा तो पता चला कि निगमायुक्त का फोन बंद है।
सफाई दावों की खुल कलई-
इस समय नगर निगम द्वारा मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत विशेष सफाई अभियान चलाने के दावे किए जा रहे हैं। बीते दिनों महापौर एवं निगमायुक्त ने भी घंटाघर रोड की नालियों की गहरी सफाई कराने के निर्देश दिए थे। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के निर्देशों का कितनी मुस्तैदी से पालन कर रहा है यह जगन्नाथ चौक-घंटाघर रोड एवं झूलेलाल मार्केट में भरे पानी से ही समझा जा सकता है। सफाई के नाम पर खानापूर्ति का नतीजा ही है कि महज आधे घंटे की बारिश में ही शहर की सडक़ों नाला में तब्दील हो गईं।
इनका कहना है-
कार्यभार सम्हाले अभी दो माह ही हुए हैं, जिसमें 24 दिन छुट्टियों में बीत गए। सात साल से पटरी से उतरी व्यवस्था को ठीक करने में कुछ समय लगेगा। पूर्व में जगन्नाथ चौक-जुहला बायपास तक रोड के निर्माण के लिए राशि भी स्वीकृत हुई थी एवं टेंडर के बाद कार्यादेश जारी हो चुके थे, पूर्व की परिषद ने जगन्नाथ चौक से गर्ग चौराहा तक का कार्य निरस्त कर दिया था। इस रोड के लिए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। चूंकि 15 अक्टूबर तक डामर प्लांट भी बंद रहते हैं, इसलिए अभी डामरीकरण भी होना मुश्किल है।
प्रीति संजीव सूरी महापौर