जर्जर भवन को डिस्मेंटल करने का फंसा पेंच, प्राचार्य लिख चुके हैं कई पत्र
बिलहरी जर्जर भवन को डिस्मेंटल करने का फंसा पेंच, प्राचार्य लिख चुके हैं कई पत्र
डिजिटल डेस्क,कटनी। बाकल क्षेत्र की तरह जिले के कई स्कूलों में अलग-अलग कारणों से अध्ययनरत विद्यार्थियों पर खतरा मंडरा रहा है। शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बिलहरी परिसर में उम्रदराज भवन को नहीं हटाए जाने से 890 विद्यार्थी खतरे के साए में रहते हैं। दरअसल बच्चों को तो नए भवन की सौगात मिल गई, लेकिन पुराने सात जर्जर कमरों को परिसर से नहीं हटाया गया। यहां पर अध्ययनरत विद्यार्थी खेल-खेल में जर्जर कमरों की तरफ पहुंच जाते हैं। जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। संकुल प्राचार्य ने जर्जर भवन को हटाने के संबंध में लोक निर्माण विभाग को आवश्यक पहल करने की मांग की है।
दीवारों में दरारें, आवंछित तत्वों का जमघट
पुराने जीर्ण-शीर्ण का भवन पूरी तरह से बदहाल है। आलम यह है कि दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें दिखाई दे रही है। दीवार के ढहने का आशंका हमेशा बना रहता है। सबसे अधिक परेशानी आवंछित तत्वों को लेकर है। पुराने भवन में स्कूल बंद होने के बाद आवंछित तत्व पहुंच जाते हैं। सुबह जब स्कूल खुलता है तो पुराने भवन के समीप कभी शराब की खाली बोतल, तो कभी ताश पत्ते और डिस्पोजल गिलास के साथ गुटखे के पाऊच मिलते हैं।
इनका कहना है
परिसर के अंदर पुराना जर्जर भवन है। जिससे कई तरह की परेशानी होती है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे हटाया जाना जरुरी है। इस संबंध में प्रशासन को पत्र लिखा गया है।
- के.एस.मिश्रा, संकुल प्राचार्य, बिलहरी