यूक्रेन से लौटी साक्षी ने कहा, बम के धमाकों के बीच सुरक्षित निकाल लाया तिरंगा
रीवा यूक्रेन से लौटी साक्षी ने कहा, बम के धमाकों के बीच सुरक्षित निकाल लाया तिरंगा
डिजिटल डेस्क, रीवा ।मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गई साक्षी सिंह बुधवार को सुरक्षित घर लौटी। साक्षी ने कहा कि बम के धमाकों के बीच तिरंगा उसे सुरक्षित निकाल लाया। आंखों के सामने ब्लास्ट हो रहे थे। इस तरह के हालातों की कभी कल्पना नहीं की थी। लग रहा था कि अब क्या होगा। घर पहुंच पाएंगे कि नहीं। लेकिन भारत सरकार की ओर से जो कदम उठाए गए, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है। भारतीय दूतावास से एडवाइजरी जारी की गई थी कि इंडियन फ्लैग लगाकर ट्रैवल करना। इसका पालन किया। कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई। लेकिन बार्डर से पहले लम्बा ट्रैफिक था। ऐसे में लगभग सात किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। साक्षी ने कहा कि अभी भी तमाम छात्र वहां फंसे है, जिन्हें मदद की जरुरत है।
कार से उतरते ही बजा बैंड
साक्षी बीती रात भारत पहुंच गई थी। उसे रीवा वापस लाने माता-पिता गए थे। बुधवार की देर शाम रीवा पहुंते ही सबसे पहले साक्षी समान तिराहा स्थित अपने पिता के प्रतिष्ठान पहुंची, जहां कार से उतरते ही बैंड-बाजा से स्वागत किया गया। उसकी आंखों में खुशी के आंसू थे। साक्षी के पिता ने कहा कि भारत सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। यही वजह है कि यूक्रेन पढऩे गए छात्र सुरक्षित घर लौट पा रहे हैं।
साक्षी के साहस को सैल्यूट
पूर्व मंत्री महाराजा पुष्पराज सिंह ने कहा कि हम साक्षी के साहस को सैल्यूट करते हैं। बमबारी के बीच साक्षी ने बार्डर क्रास करने के लिए हिम्मत जुटाई। भारत सरकार की भी प्रशंसा करनी होगी कि युद्ध के बीच तिरंगा लगाकर लोग सुरक्षित लौट रहे हैं। दुनिया में साबित हो गया है कि तिरंगा हमारा सुरक्षा कवच है।
प्रशांत और नुशरत भी जल्द आएंगे
इसके पूर्व प्रज्जवल तिवारी भी सुरक्षित घर लौटे हैं। पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने बताया कि गढ़ के प्रशांत सिंह भी बार्डर क्रास करने वाले हैं। रीवा की नुशरत जहां को भी सुरक्षित लाने के प्रयास हो रहे हैं। वे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पियूष गोयल, स्मृति ईरानी सहित अन्य लोगों के लगातार सम्पर्क में हैं।