रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में शोध शिखर 2023 का भव्य समापन

शोध और नवाचार महोत्सव में शोधार्थी हुए पुरस्कृत रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में शोध शिखर 2023 का भव्य समापन

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-27 13:45 GMT
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में शोध शिखर 2023 का भव्य समापन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय एवं सहयोग संस्थाओं के तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे देश के सबसे बडे शोध और नवाचार महोत्सव में से एक “शोध शिखर 2023” का शनिवार को भव्य समापन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि लाइ स्किल्स कोच और फाउंडर चेयरमैन के.ए.एस.एस. इंडिया प्रो. कल्याण चक्रवर्ती मौजूद रहे। इसके अलावा अन्य मंचासीन अतिथियों में आईसेक्ट के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की प्रो. चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय बिलासपुर के वाइस चांसलर प्रो. रवि प्रकाश, आईसेक्ट विश्वविद्यालय झारखंड के वाइस चांसलर प्रो. पी.के नायक और डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय बिहार के वाइस चांसलर प्रो. विमल कुमार शामिल रहे। इस दौरान कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में पेपर प्रेजेंटेशन और प्रोजेक्टस को पुरस्कृत भी किया गया। 

समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बात करते हुए प्रो. कल्याण चक्रवर्ती ने रिसर्च के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और वैश्विक एवं भारतीय परिप्रेक्ष्य में हो रहे कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हमारे यहां शोध की परंपरा प्राचीन समय से रही है। इसीलिए नालंदा जैसे विश्वविद्यालय भारत में रहे। आज भी हमारी संस्कृति में बहुत सारा ज्ञान छिपा हुआ है जिसे हम शोध के जरिए दुनिया के सामने रख सकते हैं। यही कारण है विदेशी लोग हमारे यहां आते हैं और प्रेरणा लेकर हमारी चीज को हमारे सामने रखते हैं फिर हम उसे अपनाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आज असल नौकरियां स्टेम (STEM) में नहीं हैं बल्कि स्किल के क्षेत्र में आ रही हैं। इस बात को विदेशी शोध और आंकड़ो के जरिए सरकार ने भी समझा है इसीलिए स्किल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाएं आई हैं। 

डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने अपने संबोधन में शोध शिखर के सफल आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि इस बार 250 से अधिक पेपर्स प्रेजेंट किए गए जो कि 1200 से अधिक पेपर्स में से चयनित किए गए थे। इसके अलावा 200 से अधिक प्रोजेक्ट के एंट्रीज आई। साथ ही इसमें ड्रोन, इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, फार्मा, हॉर्टिकल्चर, रिनेवबल एनर्जी, वेस्ट मैनेजमेंट जैसे वृहद विषयों पर पार्टीसिपेशन देखने को मिला। 
प्रो. पीके नायक ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कार्यक्रम में छात्रों के नवाचार और उत्साह भारत की प्रगति का जाग्रत प्रमाण हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें यदि आगे बढ़ना है तो रिसर्च को और आगे बढ़ाना होगा और ऐसे विषयों पर शोध करना चाहिए जिससे समाज को फायदा मिले। 

प्रो. रवि प्रकाश ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत की ताकत अब देश के युवा ही हैं। वे अपने नवाचार और शोध के जरिए देश की सेवा कर सकते हैं। प्रो. विमल कुमार ने अपने वक्तव्य में शोध के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने मिथाइल आइसो साइनेट के शरीर पर प्रभाव और डीएनए में मां के जेनेटिक्स के प्रभाव का जिक्र किया। ब्रह्मप्रकाश पेठिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि शोध शिखर 2023 में छात्रों एवं फैकल्टीज की ओर से अभूतपूर्व प्रतिभागिता देखने को मिली है।  

डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने अपने आभार वक्तव्य में शोध शिखर 2023 की आयोजक टीम को बधाई देते हुए सभी प्रतिभागियों को इस बार शोध शिखर में हुए नवाचारों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस बार हमने लॉ, कॉमर्स, ह्यूमेनिटिज, मैनेजमेंट जैसे डिसिप्लिन को भी शामिल किया है जिसमें प्रतिभागी प्रोजेक्ट या पेपर प्रेजेंट कर सकते हैं। साथ ही स्कूली छात्रों में भी नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए शोध शिखर को स्कूल लेवल पर भी पहली बार किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अच्छे आईडियाज को सेलिब्रेट करें, भले फिर वह किसी भी व्यक्ति के पास से आए। जरूरी नहीं कि अच्छी रैंक या ग्रेड लाने वाला ही अच्छा आईडिया दे पाएगा। 

पेपर प्रेजेटेशन में पुरस्कृत प्रतिभागी
मेडिकल साइंस 
प्लेटिनम प्राइज
नाम – लोचन कुमार 
विषय – बर्डन ऑफ ट्यूबरक्लोसिस अमंग ट्राइबल पॉपूलेशन ऑफ झारखंड – ए ब्रीफ स्टडी इन ट्राइबल एरिया ऑफ झारखंड इंडिया
साइंस/ एग्रीकल्चर 
प्लेटिनम प्राइज – 
नाम - दिलेश जोशी
संस्थान – डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय बिलासपुर
विषय – टू स्टडी अबाउट यूसेज ऑफ मिलेट बाय ट्राइबल पीपल ऑफ बस्तर इन देयर फूड कुजीन। 

इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी 
प्लेटिनम प्राइज 
नाम - मनीष नायर
संस्थान – आईपर भोपाल
विषय – कम्प्यूटर विजन : मशीन लर्निंग वर्सेज डीप लर्निंग

लॉ एंड एजुकेशन 
प्लेटिनम प्राइज 
नाम – डॉ. वारालक्ष्मी मंगला
विषय – रोल ऑफ वारली आर्ट एप्रीएशन इन इंहेंसिंग वर्ड पॉवर इन इंग्लिश लैंग्वेज

कॉमर्स /मैनेजमेंट/ ह्यूमेनिटिज
प्लेटिनम प्राइज 
नाम - सुरज शाह 
संस्थान – गणपत यूनिवर्सिटी गुजरात
विषय – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनेबल्ड जस्ट वॉल्क टेक्नोलॉजी – एन इंपीरिकल एविडेंस फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल प्रोस्पेक्ट्स 

प्रोजेक्ट एग्जीबिशन में विजेता प्रतिभागी 
प्लेटिनम प्राइज
नाम – बिराज एन काकडिया 
संस्थान – गणपत यूनिवर्सिटी गुजरात
विषय – पेन गो (हैंडी कोल्ड लेजर विथ माइक्रो करेंट थेरेपी डिवाइस)

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