रिंग राेड: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से टेण्डर हुआ फाइनल, 652 करोड़ से बनना है 

16 किमी. के पहले हिस्से का मई में चालू होगा काम रिंग राेड: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से टेण्डर हुआ फाइनल, 652 करोड़ से बनना है 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-11 13:12 GMT
रिंग राेड: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से टेण्डर हुआ फाइनल, 652 करोड़ से बनना है 

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने रिंग रोड के पहले हिस्से के टेण्डर को फाइनल कर दिया है। बरेला से मानेगाँव तक 16 किलोमीटर के एरिया में यह पहला हिस्सा आता है। जानकारी के अनुसार सभी तरह की प्रक्रिया को निपटाने के बाद बारिश से पहले मई में रिंग रोड का निर्माण आरंभ हो जाएगा। निर्माण से पहले टेण्डर लेने वाली ठेका कंपनी से करार होगा उसके बाद इस हिस्से में निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि 2022 नवंबर माह में रिंग रोड का भूमिपूजन हुआ था।

जानकारों का कहना है कि  जिस हिस्से में अब भूमि संबंधी प्रक्रिया निपटती जा रही वहाँ इसका टेण्डर पहले क्लियर किया जा रहा है। भू-अर्जन, मुआवजा जैसी प्रक्रिया के बाद जब 80 फीसदी भूमि क्लियर हो तो निर्माण आरंभ करने का प्रावधान है। बरेला से मानेगाँव तक अब भूमि संबंधी कोई पेंच नहीं है, इसलिए बारिश से पहले यहाँ पर मुख्य सड़क के साथ सर्विस रोड का  काम आरंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। 

16 मीटर चौड़ा एक और ब्रिज बनेगा 

एकता चौक फ्लाईओवर से चूल्हा गोलाई के बीच नर्मदा में भटौली के नजदीक जो ब्रिज बना है उसमें फोरलेन की तर्ज पर एक ब्रिज इसी रिंग रोड के लिए बनेगा। इस ब्रिज की चौड़ाई करीब 16 मीटर होगी। इस ब्रिज पर निकलने के लिए 53 फीट चौड़ी सड़क मिलेगी। अभी जो मौजूदा ब्रिज है उसमें कई जगह गड्ढे हैं इसको भी इसी ब्रिज के निर्माण के साथ रिंग रोड के मानकों के अनुसार सुधारा जाना है। पहले नया ब्रिज बनेगा उसके बाद इसमें मरम्मत होगी। 

सभी हाईवे जुड़ जाएँगे 

इस रिंग रोड से जबलपुर से नागपुर, भोपाल, रीवा, इलाहाबाद, मण्डला, रायपुर, अमरकंटक बिलासपुर, सागर, दमोह  सभी हिस्सों से आने वाली सभी प्रमुख सड़कें जुड़ जाएँगी। इन शहरों से आने वाले किसी भी यात्री को यदि शहर के अंदर नहीं आना है और इन्हीं दूसरे हिस्से में जाना है तो रिंग रोड इसमें मददगार साबित होगी। शहरी हिस्से का ट्रैफिक डेंसिटी कम होगा। 

कुछ इस तरह बनना है रिंग रोड

बरेला से मानेगाँव तक 16 किलोमीटर 
इसकी लागत 652 करोड़ रुपए है 
बरेला से एनएच-45 भेड़ाघाट स्टेशन 
इसकी लंबाई 20 किलोमीटर, लागत 917 करोड़ 
एनएच-45 भेड़ाघाट स्टेशन से कुशनेर पनागर 
लंबाई 36 किलोमीटर और लागत 911 करोड़ 
कुशनेर से अमझर रोड बरेला तक फोरलेन
23 किलोमीटर, इसकी लागत 613 करोड़ 
कुल 108 किलोमीटर के एरिया में बनेगी सड़क

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