जमीन में खनिज मलबा डालने की सही मिली शिकायत
कटनी जमीन में खनिज मलबा डालने की सही मिली शिकायत
डिजिटल डेस्क ,कटनी। बड़वारा तहसील के छपरगांव में आदिवासियों की जमीन पर जबरदस्ती कब्जे की शिकायत सही मिली। राजस्व अमले ने पाया कि भू-मालिक की सहमति के बगैर औद्योगिक इकाई ने उनकी जमीन में खनन कर मैंगजीन अयस्क रखा था। पूछ जाने पर कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि उन्हें यह जानकारी नहीं रही कि यह निजी जमीन है। जमीन से खनिज पदार्थ हटाने की सहमति औद्योगिक घरानों ने दी है। यहां पर एक उद्योगपति के द्वारा जमीन में कब्जा कर रास्ता बनाए जाने की भी शिकायत ग्रामीणों ने की थी। जिसमें पाया कि उक्त भू-मालिक ने ही रास्ता बनाए जाने की सहमति दी है।
धमकाने का रहा आरोप
इस संबंध में यहां के एक दर्जन से अधिक किसान एक सप्ताह पहले कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हुए थे। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी जमीन में औद्योगिक घराने के लोग कब्जा कर रहे हैं। एक तो रास्ता बना दिया गया है, दूसरा खनिज का मलबा डाला जा रहा है। जिसके चलते आगामी समय में उनकी जमीन अनुपयोगी हो जाएगी। मौजीलाल कोल, नत्थू कोल, छोटेलाल, बच्चू, शोभा, काशीराम कोल सहित अन्य लोगों ने इसकी शिकायत की थी कि मलबा डालने के बाद उन्हें उद्योगपति के कर्मचारी धमकाने का काम कर रहे हैं।
किसानों ने कहा जांच प्रभावित
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि जांच को प्रभावित किया जा रहा है। कागजों में उनसे जबरदस्ती हस्ताक्षर लिए गए हैं। अब राजस्व अमला उद्योपति के इशारों में काम कर रहा है। नत्थू , काशीराम के साथ अन्य ग्रामीणों का आरोप रहा कि यहां पर शासकीय भूमि के साथ निजी भूमि में भी अवैध उत्खनन किया गया है। इस पर विभागीय अधिकारियों ने किसी तरह की जांच नहीं की, बल्कि उद्योगपति और औद्योगिक इकाई का अभयदान देने का काम अधिकारी कर रहे हैं।
इनका कहना है
छपरवाह में मिली शिकायत के आधार पर जांच की गई। कब्जा कर रास्ता बनाए जाने की बात जो ग्रामीणों ने कही थी। उसमें दूसरे पक्ष ने सहमति पत्र दिखाए हैं। यह जरुर है कि किसानों के भूमि में औद्योगिक इकाई ने खनिज का मलबा रखा है। जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी गई है।