अंधश्रद्धा छोड़ें और विज्ञान से नाता जोड़ें
भंडारा अंधश्रद्धा छोड़ें और विज्ञान से नाता जोड़ें
डिजिटल डेस्क, भंडारा। अंधश्रद्धा समाज में लगा एक कीड़ा है। इस कीड़े का निर्मूलन करना समय की जरूरत है। सामाजिक प्रबोधन के अभाव से मनुष्य बुद्धिहीन हो जाता है। गांव–गांव में शांति व व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागरिकों को अंधश्रद्धा छोड़कर विज्ञान से नाता जोड़ना चाहिए। यह बात अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति तुमसर के तहसील संगठक तथा वक्ता राहुल डोंगरे ने कही। वे लोभी के पुलिस थाने गोबरवाही की ओर से आयोजित अंधश्रद्धा निर्मूलन जनजागरण कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता की तौर पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस निरीक्षक दीपक पाटिल ने की। प्रमुख अतिथि के रूप में पुलिस उपनिरीक्षक करंगामी, विजय केवट, सचिव अ. भा. अंनिस, रोहित बोंबार्डे, गिरिधारी देशमुख भाऊलाल देशमुख, मुकेश मुंगुसमारे, हीरालाल घोनमोडे, अनूप राऊत, मोहन देशमुख, तेजराम देशमुख, शेषराव देशमुख आदि मंच पर उपस्थित थे। अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति तुमसर के तहसील संगठक राहुल डोंगरे ने बताया कि, तथागत गौतम बुद्ध, छत्रपति शिवाजी महाराज, जगतगुरु तुकोबाराया, क्रांतिसूर्य ज्योतिबा फुले, राजर्षि शाहू महाराज, भारतीय संविधान के शिल्पकार डा. बाबासाहब आंबेडकर ने देश को पुरोगामी, वैज्ञानिक विचार दिए हंै। उनके विचार की क्रांति ही अंधश्रद्धा निर्मूलन है। पुलिस विभाग की ओर से इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजन कर देश को महासत्ता बनाने के लिए एक छोटा सा उपक्रम होने की बात की गई है। इस कार्यक्रम की प्रस्तावना पुलिस निरीक्षक दीपक पाटील ने रखी। संचालन पुलिस उपनिरीक्षक करंगामी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों ने सहयोग किया।