मादक पदार्थो के नष्टीकरण में तेजी लाने पुलिस ने बनाई रणनीति
सतना मादक पदार्थो के नष्टीकरण में तेजी लाने पुलिस ने बनाई रणनीति
डिजिटल डेस्क, सतना। नशे के खिलाफ कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए गांजा, शराब और कफ सिरप से जिले के थानों में अधिकांश कमरे भरे पडे हैं, जिसे विवेचकों के बैठने की जगह कम पडऩे लगी है। ऐसे में पुलिस ने मादक पदार्थो के नष्टीकरण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है। इसी सिलसिले में मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय रीवा के नारकोटिक्स विंग में कार्यरत इंस्पेक्टर शाहिदा सुल्तान ने सतना पहुंचकर प्रत्येक थाने के दो-दो पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को नारकोटिक्स एक्ट की धारा 52 (ए) के तहत कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जब्त माल की सैम्पलिंग और आवश्यक लिखा-पढ़ी करने की ट्रेनिंग दी, ताकि लंबे समय से विचाराधीन ढ़ाई सौ प्रकरणों में से अधिकांश के माल का नष्टीकरण कराया जा सके।
चार्जशीट में खामियों से बचने के बताए तरीके —-
प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान ही एडीपीओ फखरुद्दीन ने पुलिस अधिकारियों को नारकोटिक्स एक्ट के प्रकरणों में चार्जशीट तैयार करने की बारीकियां बताते हुए अक्सर होने वाली गलतियों से बचने के तौर-तरीके बताए। ऐसा करने से अपराधियों को सजा दिलाने में भी आसानी होगी। इससे पूर्व पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने जिलेभर के थानों से आए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग में बताई गई बातों को सुनकर अमल में लाने की हिदायत दी। मीटिंग में एएसपी सुरेन्द्र जैन भी मौजूद रहे।