तराई में पुलिस ने बढ़ाई सक्रियता, सर्चिंग कर ग्रामीणों से किया संवाद
सतना तराई में पुलिस ने बढ़ाई सक्रियता, सर्चिंग कर ग्रामीणों से किया संवाद
डिजिटल डेस्क, सतना। तराई में डकैतों के सफाए के बाद नए गिरोहों को पनपने से रोकने के साथ ही छुटभैये बदमाशों पर नकेल कसने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। निरंतर सर्चिंग कर ग्रामीणों से संवाद किया जाता है, जिससे कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत सूचना मिल जाती है। इन दिनों तेंदूपत्ता के संग्रहण का काम तेजी से चल रहा है, जिसमें आदतन अपराधियों और गुंडे-बदमाशों के द्वारा बंदूक के दम पर ठेकेदारों और फड़मुंशियों से रंगदारी वसूलने की कोशिश हो सकती है, जिसको देखते हुए पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में धारकुंडी थाना प्रभारी आशीष धुर्वे ने सोमवार को दलबल के साथ तराई के गुलाबी, हरसेड, कजरा और लेदरी के जंगलों में सर्चिंग कर ग्रामीणजनों के साथ पत्ते की तुड़ाई करने वालों से मुलाकात की। इस दौरान उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ कर सुरक्षा का भरोसा दिलाया, तो फोन नम्बरों का भी आदान-प्रदान किया।
दो फरार वारंटी भी पकड़े-
जंगल सर्चिंग के दौरान ही मुखबिर से सूचना मिली कि मझगवां थाने में वन अधिनियम के तहत दर्ज दो अलग-अलग प्रकरणों में नामजद रहे आरोपी तिजवा कोल पुत्र लालमन 42 वर्ष, निवासी प्रतापपुर और जय सिंह उर्फ बिल्लू पुत्र राजललन सिंह 35 वर्ष, निवासी महापार, के खिलाफ कई सालों से स्थायी वारंट लंबित है। मझगवां पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, मगर दोनों हाथ नहीं आए। आरोपियों की मौजूदगी उनके घरों में होने की पुख्ता सूचना पर धारकुंडी पुलिस ने छापा मारते हुए दोनों को पकड़ लिया और पूछताछ के बाद मझगवां पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ प्रधान आरक्षक कुलदीप पांडेय, आरक्षक गुड्डू यादव, उमाकांत त्रिपाठी, अमित मिश्रा और विमलदेव यादव शामिल थे।