प्रियदर्शनी बस स्टैंड में पुलिस और नगर निगम की तीसरी आंख बंद
3000 यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं अफसर प्रियदर्शनी बस स्टैंड में पुलिस और नगर निगम की तीसरी आंख बंद
डिजिटल डेस्क,कटनी। प्रियदर्शनी बस स्टैण्ड में पुलिस और नगर निगम की तीसरी आंख बंद हो गई है। जिसके चलते रोजाना आवागमन करने वाले 3 हजार यात्रियों की सुरक्षा डयूटी पर तैनात जवानों के कंधों में रहती है। 8 में से महज 2 कैमरों से ही निगरानी होती है। दरअसल जिस प्राइवेट कंपनी को सीसीटीव्ही की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया था। उसका अनुबंध समाप्त हुए करीब पंद्रह दिन का समय बीत चुका है। ऐसे में पुलिस के पास अलग से ऐसा कोई बजट नहीं है कि वह उसमें सुधार कार्य करा सके।
ऑडिटोरियम हाल में जो ऑटोमैटिक मूविंग सीसीटीव्ही कैमरा लगाया गया था। वह भी बंद है। इस स्थिति में यदि यहां पर किसी तरह की घटना घटित होती है तो फिर पानी में तीर चलाने का काम ही पुलिस करेगी। शहर के अंदर लूट और चोरी के कई मामलों में तीसरी आंख से ही पुलिस आरोपियों तक पहुंची हुई है।
केबल कटने से बनी स्थिति
यहां पर कुछ दिनों पहले कार्यक्रम आयोजित कराया गया था। उसी समय कंट्रोल रुम से बस स्टैण्ड के जिन 8 कैमरों को केबल से जोड़ा गया था। कार्यक्रम में केबल को अलग कर दिया गया। इसके बाद कैमरों का संपर्क कंट्रोल रुम से टूट गया। यहां पर तो सबसे हाईटेक कैमरा नगर निगम ने लगवाया है, लेकिन वह भी बंद है। ऑडिटोरियम में लगा कैमरा नाइट विजन का रहा। साथ ही में चारों तरफ ऑटोमैटिक मूविंग होने से सुरक्षा का ध्यान रखा जाता था। अब यह पूरी तरह से बंद है।
घटनाएं भी हो चुकी हैं
बस स्टैण्ड परिसर से ही एक युवती को ले जाते हुए आरोपी ने ज्यादती का शिकार बनाया था। आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस को कई तरह के पापड़ बेलने पड़े। बताया जाता है कि यदि कैमरा चालू होता तो पुलिस आसानी से आरोपी तक पहुंच जाती, लेकिन कैमरा बंद होने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। बस स्टैण्ड परिसर के अंदर चोरी की घटनाएं भी होती रहती हैं।
इससे से समझें उपयोगिता
शहर में चोरी की घटनाएं बढ़ी हुई हैं। बाहर के बदमाश बस स्टैण्ड से ही होकर यहां से भाग निकलते हैं। माधवनगर थाना क्षेत्र के ज्वेलरी शॉप में चोरी की घटना में तीसरी आंख ने ही पुलिस की मदद की थी। विवेचना के दौरान पुलिस ने पाया था कि संदिग्ध व्यक्ति यहां से यूपी की तरफ निकले हैं। एक के बाद एक कड़ी को जोडऩे के बाद पुलिस नेपाल तक पहुंची थी।
इनका कहना है
बस स्टैण्ड के कुछ कैमरे जरुर बंद है। जिन्हे चालू कराने की कोशिश की जा रही है। विभाग के पास अलग से ऐसा कोई बजट नहीं है कि कंपनी के कर्मचारियों को बुलाया जाए।
- एच.एल चौधरी, रेडियो निरीक्षक