छिंदवाड़ा में ऑनलाइन धोखाधड़ी ,खाता लॉक होने पर एटीएम जारी कराने पहुंचा युवक गिरफ्तार
रीवा छिंदवाड़ा में ऑनलाइन धोखाधड़ी ,खाता लॉक होने पर एटीएम जारी कराने पहुंचा युवक गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क ,रीवा । छिंदवाड़ा में मोबाइल बिक्री के नाम पर पन्द्रह हजार रूपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के तार रीवा से जुड़े हैं। साइबर सेल छिंदवाड़ा द्वारा जांच में पाया गया कि ये रूपये रीवा के यूको बैंक में संचालित खाता में भेजे गए है। इस खाते को बंद कर सम्पूर्ण जानकारी चाही गई थी। इसी खाते का दूसरा एटीएम जारी कराने एक युवक बैंक पहुंच गया, जिसकी फोटो न मिलाने पर संदेह हुआ और पुलिस को खबर दी गई।
यह है मामला
सिटी कोतवाली टीआई आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि यूको बैंक प्रबंधक गुलजार सिंह निवासी संजयनगर द्वारा शिकायत की गई कि १५ जनवरी एक अज्ञात व्यक्ति जिसका बाद में नाम पता पूछने पर धीरज कुमार साकेत पिता सुखनंदन साकेत उम्र 26 वर्ष निवासी जोड़ोरी थाना बैकुण्ठपुर जिला रीवा द्वारा एक खाते का उपयोग करते हुए एटीएम जारी करने के लिये फार्म भरकर बैंक में प्रस्तुत किया गया। यह बचत खाता जयदीपांकर साकेत पिता दलप्रताप ग्राम पोंड़ी पोस्ट बेलवा जिला सिरमौर के नाम से था। जिसमें लगी फोटो और आवेदनकर्ता के चेहरे का मिलान न होने से शंका उत्पन्न हुई। इस खाता को साइबर सेल छिंदवाड़ा द्वारा १३ दिसम्बर को पत्र लिखकर बंद कराने के साथ सम्पूर्ण जानकारी मांगी गई थी। जिससे धोखाधड़ी का संदेह हुआ और पुलिस को जानकारी दी गई। जिस पर धारा ४२० का मामला कायम किया गया।
जालसाज ने इस तरह दी सफाई
विवेचना के दौरान तलाश पर आरोपी घोड़ा चौराहा के पास पकड़ा गया। पूछताछ पर बताया कि उसके साले जयदीपांकर साकेत ने पन्द्रह जनवरी को फोन पर बोला कि मेरा यूको बैंक रीवा में खाता है, जो बंद हो गया है। तुम जाकर मेरा खाता चेक कराकर दूसरा एटीएम जारी करा लो। उसके कहने पर यूको बैंक रीवा में जयदीपांकर साकेत के नाम से फार्म एटीएम के लिये भरा था।
जयदीपांकर की तलाश
प्रकरण में जय दीपांकर के खाता के माध्यम से ९ दिसम्बर से १२ दिसम्बर के बीच धोखाधड़ी कर दो किस्तों में 15000 रूपये आहरण किया गया है। इस तरह प्रकरण में जय दीपांकर साकेत भी आरोपी है, जिसकी तलाश की जा रही है। इस प्रकरण में आरोपी धीरज कुमार साकेत को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
और कितने हुए शिकार
जय दीपांकर के खाते की पूर्ण जानकारी बैंक से प्राप्त कर पुलिस यह भी जानकारी जुटा रही है कि और कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है। गिरोह में कितने लोग और कौन-कौन लोग शामिल हैं। छिंदवाड़ा पुलिस को भी यह जानकारी दी जाएगी।