एक दिन की कलेक्टर बोलीं- महिला व बालिकाएं अन्याय, शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं
एक दिन की कलेक्टर बोलीं- महिला व बालिकाएं अन्याय, शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं
डिजिटल डेस्क कटनी। मनचलों को सबक सिखाने वाली कैमोर की अर्चना केवट अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को सांकेतिक रुप से एक दिन के लिए कलेक्टर बनीं। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अधिकारियों ने उनका पुष्पगुच्छ के साथ उनका स्वागत किया गया है। अर्चना को एक दिन का कलेक्टर बनाने का निर्णय जिला प्रशासन ने महिला सशक्तिकरण के प्रति जनजागरुकता के मद्देनजर लिया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की। कलेक्टर के वाहन से अर्चना केवट जिला पंचायत कार्यालय पहुंची। यहां कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे नेे पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। इसके उपरांत उन्होंने जिला पंचायत सभागार में टीएल की मीटिंग में विभिन्न विभागों की गतिविधियों, कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों का विस्तृत रिव्यू प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। जिस पर सांकेतिक रूप से एक दिन के लिए कलेक्टर बनीं अर्चना केवट ने जिले में अति कम वजन के बच्चों पर विशेष फोकस करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिए।
उन्होंने सीएमएचओ से जिला चिकित्सालय में संचालित एनआरसी एवं स्व सहायता समूह की जानकारी भी ली। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कटनी जनपद के चाका ग्राम में आयोजित ग्राम सभा में कलेक्टर अर्चना केवट पहुंचीं। इस दौरान उन्होने शासन द्वारा निर्धारित एजेण्डे के अनुसार ग्राम सभा की कार्यवाही सम्पादित कराई। ग्राम सभा में सभी उपस्थित जनों को लिंग अनुपात समानता, सुपोषण, स्वास्थ्य, शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। ग्राम सभा में चाका सरपंच को एक बिटिया के बाद परिवार नियोजन कराने पर सम्मानित किया गया। वहीं लाडली लक्ष्मी योजना के हितलाभ का वितरण भी ग्राम सभा में किया। इस दौरान उन्होने कक्षा 10 वीं में 88 प्रतिशत अंक अर्जित करने पर एक बेटी का सम्मान भी किया। उन्होने ग्राम हिरवारा में लिटिल स्टार फॉउण्डेशन द्वारा संचालित बालिका गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने बालिका गृह की बालिकाओं से चर्चा की।
अन्याय के खिलाफ चुप नहीं रहें-
एक दिन की सांकेतिक कलेक्टर ने कहा कि अर्चना केवट ने कहा कि पुरूष और महिला एक गाड़ी के दो पहिए हैं। जिस तरह एक पहिए से गाड़ी नहीं चल सकती, उसी तरह महिला के बिना पुरूष और पुरूष के बिना महिला का अस्तित्व नहीं है। आज महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं और पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। मीडिया से चर्चा करते हुए अर्चना केवट ने कहा कि महिलाओं-बालिकाओं अन्याय, शोषण के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए न कि चुपचाप सहना चाहिए।
सीएम ने किया ट्वीट-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने व्यक्तिगत ट्विटर अकाउन्ट से ट्वीट कर इस पहल के लिये कलेक्टर कटनी प्रियंक मिश्रा की सराहना की। उन्होंने लिखा कि यह अच्छी पहल है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रुप से एक दिन की कलेक्टर बनीं बहादुर बेटी अर्चना केवट को भी शुभकामनाएं दीं। उन्होने अपने ट्विट में लिखा कि बेटी अर्चना, आज अच्छे से सारा कामकाज संभालना।