फेरीवालों के लिए बनाए कानून का पालन नहीं कर रही सरकार, अन्याय हुआ तो विद्रोह भी होगा
निरुपम का निशाना फेरीवालों के लिए बनाए कानून का पालन नहीं कर रही सरकार, अन्याय हुआ तो विद्रोह भी होगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सांसद संजय निरुपम ने कहा है कि फेरीवालों के मामले में सरकार के पास कोई जानकारी ही नहीं रहती है। फेरीवालों के लिए बनाए गए कानून का राज्य में पालन नहीं किया जा रहा है। ठाणे में महिला अधिकारी पर फेरीवाले के हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अन्याय होता रहा तो विद्रोह भी होगा।
उत्तर भारतीय सभा के पदग्रहण समारोह में निरुपम बोल रहे थे। रविवार को हरियाणा भवन वर्धमाननगर में समारोह का आयोजन किया गया था। निरुपम ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट अर्थात फेरीवाला कानून अधिनियम पेश कर स्थानीय प्रशासन को फेरीवालों को यथोचित न्याय दिलाने को कहा है। इस कानून के तक 2014 तक के फेरीवालों की पहचान कर उन्हें उनके व्यवसाय के लिए जगह दिलाना होगा। इसके लिए टीवीसी अर्थात टाउन वेडिंग कमेटी बनाने की आवश्यकता है।
कई बार फेरीवालों को न्याय की मांग के साथ निगम अधिकारियों को निवेदन सौंपे गए, लेकिन फेरीवालों को जगह देने के मामले का हल नहीं हो पाया। महिला अधिकारी पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने इस तरह के कृत्यों का समर्थन नहीं किया जा सकता है। आरोपी फेरीवाले का सजा मिलनी ही चाहिए। लेकिन यह भी देखा जाना चाहिए कि फेरीवालों के साथ निगम अधिकारी किस तरह अन्याय कर रहे हैं। हमला मामले को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के बयानों की निरुपम ने आलोचना की। राज्य में उत्तर भारतीयों को मेहनतकश वर्ग जताते हुए उन्होंने कहा कि तरक्की के साथ ही अपनी जमीन व संस्कृति से जुड़े रहना आवश्यक है।
स्वाभिमान जरुरी
उत्तर भारतीय सभा के कार्याध्यक्ष उमाकांत अग्निहोत्री ने कहा कि सम्मान, समाज के साथ स्वाभिमान जरुरी है। समाज के लिए काम करनेवालों को सम्मान मिलता है। स्वाभिमान हर क्षेत्र में आगे रहने की ऊर्जा देता है। समारोह में उत्तर भारतीय सभा के विदर्भ अध्यक्ष पद पर डीबी सिंह की नियुक्ति के साथ उनका सत्कार किया गया।