रेत की चोरी और ओवरलोडिंग के मामले में आया नया मोड़
प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद निकासी रेत की चोरी और ओवरलोडिंग के मामले में आया नया मोड़
डिजिटल डेस्क,शहडोल। तीन दिन से रेत की चोरी और ओवर लोडिंग को चल रहे विवाद में मंगलवार को नया मोड़ आया। प्रशासन ने जहां ब्यौहारी में स्थानीय नेताओं की अगुआई में ग्रामीणों द्वारा रोके गए रेत के वे डंपर जो अंडर लोड थे की मौके से निकासी कराई, वहीं रेत ठेका कंपनी वंशिका कंसट्रक्शन के प्रबंधन और ब्यौहारी विधायक के बीच खुल कर आरोप-प्रत्यारोप हुए।
भाजपा विधायक शरद कोल ने अपनी ही सरकार के प्रशासन पर जिले की रेत ठेका कंपनी वंशिका कंसट्रक्शन के इशारे पर चलने का अरोप लगाया है। उन्होंने कहा, सरेआम शासन को रायल्टी चोरी कर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ओवरलोड रेत के डंपरों से हादसे हो रहे हैं और प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है। इसके जवाब में वंशिका प्रबंधन की ओर से तरूण तनेजा ने यह आरोप लगाया है कि सारा मामला मुफ्त की रेत की मांग से जुड़ा है। नेता स्थानीय लोगों को साथ लेकर खिलाफत करते हुए इसलिए दबाव बना रहे हैं क्योंकि हमारे द्वारा उनकी 20 डंपर रोज मुफ्त रेत देने की मांग पूरी नहीं की जा रही है। साथ ही नेता समर्थकों द्वारा जहां-तहां से की जा रही रेत चोरी बेधडक़ चलती रहे इसलिए भी ओवरलोडिंग के नाम पर अंडरलोड वाहनों को भी नहीं निकलने दे रहे हैं।
प्रशासन को करना पड़ा हस्तक्षेप
मंगलवार सुबह भी स्थानीय नेताओं के साथ ग्रामीणों ने ओवरलोड रेत परिवहन नहीं होने देने की मांग करते हुए एक बार फिर ट्रकों को रोक दिया। जानकारी प्रशासन तक पहुंचते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और हस्तक्षेप करते हुए अंडरलोड वाहनों की निकासी कराई। यही नहीं रविवार को पुलिस ने जिन ट्रकों को ओवरलोड में पकड़ा उन्हे मामूली जुर्माने के साथ जाने दिया गया। यह स्थिति तब है जब किसी आम आदमी का ट्रक पकडऩे पर उसे महीनों कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।