नईबस्ती अर्बन पीएचसी को फस्र्ट, रामनगर सीएचसी
सतना नईबस्ती अर्बन पीएचसी को फस्र्ट, रामनगर सीएचसी
डिजिटल डेस्क, सतना। कायाकल्प अभियान के तहत सरदार वल्लभ भाई शासकीय जिला चिकित्सालय को दो साल सांत्वना पुरस्कार मिलने के बाद इस दफा प्रदेश में तीसरा पुरस्कार हासिल हुआ है। कायाकल्प अभियान के तहत 12 जनवरी को राज्य स्तरीय टीम ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का फाइनल असेसमेंट किया था। उसी मूल्यांकन के आधार पर राज्य सरकार ने सरकारी जिला अस्पतालों की रैंकिंग की है। गौरतलब है कि इससे पहले जबसे कायाकल्प अभियान की शुरुआत हुई तब से अब तक जिला अस्पताल को वर्ष 2015-16 में कम्बाइंड सेकण्ड प्राइज, 2016-17 और 2017-18 में एक्सीलेंस, एवॉर्ड हासिल हुआ जबकि 2018 में प्रथम पुरस्कार मिला। इसके बाद आने वाले दो वित्तीय वर्षों में सांत्वना पुरस्कार से संतोष करना पड़ा। दो साल के लम्बे समय के बाद अब अस्पताल को तीसरा पुरस्कार भी हासिल हो गया।
इन अधिकारियों ने किया था मूल्यांकन
बता दें कि शहडोल जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. जीपी सिंह परिहार, ब्यौहारी में पदस्थ डॉ अमरदीप पटेल और नर्सिंग ऑफीसर मनीषा बिसेन ने 2 माह पहले जिला अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का मूल्यांकन किया था। इस बार के असेसमेंट में हॉस्पिटल को ईकोफ्रेण्डली बनाने के लिए भी 100 नम्बरों को शामिल किया गया था। हॉस्पिटल को ईकोफ्रेंडली बनाने की दिशा में प्रयास भी किए गए मगर अस्पताल को तीसरे पुरस्कार में ही संतोष करना पड़ा।
विदिशा, देवास ने मारी बाजी
हासिल जानकारी के मुताबिक कायाकल्प अभियान 2021-22 के घोषित अवॉर्ड में विदिशा और देवास ने बाजी मार ली है। दरअसल, स्वास्थ्य संस्थाओं को मापदण्डों के अनुरूप विकसित करने से संस्था में आने वाले हितग्राहियों की संस्था के प्रति संतुष्टि स्तर में सुधार हुआ है और आने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। कायाकल्प मापदण्डों के मुताबिक संस्था को विकसित होने से संस्था में उच्चस्तर की साफ-सफाई, मरीजों की संक्रमण से मृत्यु, मॉरबिडिटी, हॉस्पिटल से होने वाले संक्रमण में भारी कमी आई है। इसी कड़ी में विदिशा को प्रथम तो देवास को द्वितीय पुरस्कार हासिल हुआ है। इन्हें क्रमश: 50 और 25 लाख रुपए मिलेंगे, जबकि सतना के हिस्से में महज 10 लाख रुपए आएंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की श्रेणी में रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को भी द्वितीय पुरस्कार मिला है। प्रदेश में लगातार तीसरी बार इस सीएचसी की झोली में सेकण्ड प्राइज गया है।
अर्बन पीएचसी में सतना फस्र्ट
कायाकल्प अभियान में जिला अस्पताल को भले ही थर्ड प्राइज में संतोष करना पड़ा हो मगर अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स (यूपीएचसी) की कटेगरी में सतना भाग्यशाली रहा। एपीएम सुधेश शुक्ला की अगुवाई में चल रहे शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से हनुमान नगर नई बस्ती ने प्रदेश की 77 पीएचसी में से 8 केन्द्रों में जगह बनाने में कामयाबी पाई है। फस्र्ट प्राइज के एवज में सतना की हनुमान नगर नई बस्ती पीएचसी को 2 लाख रुपए मिलेंगे। इसी तरह टिकुरिया टोला पीएचसी को फस्र्ट रनरअप का खिताब मिला है। इसके लिए इसे डेढ़ लाख रुपए दिए जाएंगे।
इनका कहना है
यह सब टीम स्प्रिट का कमाल है कि जिला अस्पताल को प्रदेश में तीसरा पुरस्कार मिला है। पिछले दो साल कुछ खामियां रहीं होंगी जिसकी बदौलत सांत्वना पुरस्कार मिला था। इस अवॉर्ड से टीम में स्फूर्ति का संचार हुआ है। हम दोगुने जोश से फस्र्ट अवॉर्ड के लिए तैयारी करेंगे।ये सब उच्चाधिकारियों की मार्गदर्शन का नतीजा है कि हमारी दो अर्बन पीएचसी प्रदेश स्तर पर अवॉर्ड हासिल करने में कामयाब रही, इससे टीम में जोश का संचार हुआ है। रीवा संभाग में सतना नईबस्ती की पीएचसी का प्रथम आना सचमुच गर्व की बात है।