यूनिवर्सिटी पढ़ाएगा संघ का इतिहास, बीए में शामिल किया अध्याय
यूनिवर्सिटी पढ़ाएगा संघ का इतिहास, बीए में शामिल किया अध्याय
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का इतिहास पढ़ाएगा। नागपुर यूनिवर्सिटी ने बीए द्वितीय वर्ष के इतिहास विषय के पाठ्यक्रम में ‘संघ का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान’ पर केंद्रित अध्याय शामिल किया है। बीए द्वितीय वर्ष के इतिहास विषय में स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के बारे में बताया गया है। इसमें विद्यार्थियों को सन् 1885 से 1947 तक का इतिहास पढ़ाया जाएगा। इसमें संघ के योगदान वाला अध्याय भी जोड़ा गया है।
ऐसा पहला विश्वविद्यालय
बता दें कि प्रदेश में नागपुर विश्वविद्यालय पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा, जो संघ से जुड़ा अध्याय अपने पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। विवि बोर्ड ऑफ स्टडीज सदस्य डॉ.सतीश चाफले के अनुसार, पीजी पाठ्यक्रम में पहले ही संघ में बारे में जानकारी दी गई है, वर्ष 2003 में इसे शामिल किया गया था। लेकिन अंडरग्रेजुएट विद्यार्थियों को उसका मूल पता चले, इसलिए अब बीए में भी यह अध्याय जोड़ा गया है।
इस कारण चर्चा तेज
बता दें कि इन दिनों नागपुर यूनिवर्सिटी की राजनीति में भाजपा प्रणित शिक्षक मंच की तूती बोल रही है। बोर्ड ऑफ स्टडीज से लेकर तो अन्य प्राधिकरणों पर मंच के सदस्यों को रखा गया है। ऐसे में संघ के इतिहास को पाठ्यक्रम में जगह दिए जाने से एक बार यूनिवर्सिटी में फिर से चर्चा गर्म होने के आसार हैं।
गर्मा सकता है मामला
भाजपा जब से सत्ता में आई है, तब से शिक्षा के भगवाकरण का आरोप लगता रहा है। ऐसे में संघ के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को पाठ्यक्रम में शामिल करने से नया विवाद गर्मा सकता है। हालांकि जब-जब स्वतंत्रता आंदोलन की चर्चा हो रही है, संघ चर्चाओं के केंद्र में रहा है। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस सहित सभी प्रमुख विरोधी दल संघ की स्वतंत्रता आंदोलन की भूमिका को लेकर सवाल उठाते रहे। वे सवाल करते रहे कि संघ के किसी एक नेता का नाम बताएं, जो स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद हुआ या फिर सक्रिय भूमिका में रहा। लेकिन संघ इस मामले में अब तक मुखर नहीं हुआ। वह अलग-अलग घटनाओं को संघ के पदाधिकारियों से जोड़ने की कोशिश करता रहा।