सेटेलाइट से मॉनीटरिंग : नरवाई जलाने में सतना प्रदेश में चौथे नंबर पर

सतना सेटेलाइट से मॉनीटरिंग : नरवाई जलाने में सतना प्रदेश में चौथे नंबर पर

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-21 11:41 GMT
सेटेलाइट से मॉनीटरिंग : नरवाई जलाने में सतना प्रदेश में चौथे नंबर पर

 डिजिटल डेस्क, सतना। प्रतिबंध के बाद भी  फसल अवशेष (नरवाई) जलाने के मामले में सतना समूचे प्रदेश में चौथे नंबर पर है। रीवा संभाग में सतना जहां टॉप पर है, वहीं नरवाई जलाने की घटनाओं के मामले में जिले में नागौद तहसील क्षेत्र का कोई तोड़ नहीं है। इस तहसील क्षेत्र में नरवाई जलाने के ज्यादातर मामले छींदा,नबस्ता और खम्हरिया कला में सामने आए हैं। राज्य शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास संचालनालय ने क्षति का आकलन कराने की कवायद शुरु कर दी है। 
एक दिन में १०३ मामले :--
राज्य शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास संचालनालय ने १८ अप्रैल को प्रदेश में नरवाई जलाने की घटनाओं की सेटेलाइट मॉनीटरिग कराई थी।  आईसीएआर क्रीम्स से हासिल डॉटा से यह तथ्य सामने आया है कि खेतों में अकेले एक दिन में नरवाई जलाने की जिले में कुल १०३ घटनाएं पकड़ में आईं। जबकि संभाग के सिंगरौली में ८ और रीवा में २ केस पकड़े गए। इस मामले में सीधी जिला शून्य है। जिले की नागौद तहसील में सबसे ज्यादा छींदा, नबस्ता और खम्हरिया कला में ८३ खेतों में नरवाई जलाई गई। रधुराजनगर तहसील क्षेत्र में १२ और कोटर तथा रामपुरबघेलान तहसील क्षेत्र में ४-४ घटनाएं हुईं।  रधुराजनगर तहसील इलाके के भाद, अहिरगांव और पवैया तथा रामपुरबघेलान के तुर्की में खेतों में नरवाई फंूकी गई। 
क्षति का आकलन शुरू :--
नरवाई जलाने की सेटेलाइट मानीटरिंग के बाद  किसान कल्याण एवं कृषि विकास संचालनालय ने यहां के उप संचालक कृषि केसी अहिरवार से क्षति की स्थिति, आग से प्रभावित रकबा और  आग लगने के कारणों का ब्यौरा मांगा है। उप संचालक कृषि ने इस मामले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों (एसएडीओ ) से ब्लाक वार जानकारी मांगी है। 
 फैक्ट फाइल :- 
 संभाग में कहां -कितने केस 

 सतना: १०३
 सिंगरौली : ८
 रीवा : २
 सीधी : ० 
 


 

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