नाबालिग सौतेले भाई ने युवक को उतारा था मौत के घाट
मां व पिता के साथ मिलकर शव को लगाया था ठिकाने नाबालिग सौतेले भाई ने युवक को उतारा था मौत के घाट
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के थाना सोहागपुर अंतर्गत ग्राम कंचनपुर में युवक की हुई अंधी हत्या के मामले को पुलिस ने 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। यह हत्या मृतक के नाबालिग सौतेले भाई ने 28 सितंबर की रात की थी। इसके बाद अपनी मां व पिता के सहयोग से रात में शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने नाबालिग सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह पारिवारिक जमीनी विवाद व रोज-रोज की अनावश्यक मारपीट बताई गई है। ज्ञात हो कि 30 सितंबर को ग्राम कंचनपुर में लूटा उर्फ सच्चिदानन्द पटेल निवासी कंचनपुर की हत्या की सूचना थाने को मिली थी। थाना प्रभारी मय फोर्स के मौके पर पहुचे। शव में सिर व अन्य जगहों पर गंभीर चोट के निशान थे व शव से बदबू आ रही थी। मौके पर डाग स्क्वाड एवं अन्य टीमों द्वारा निरीक्षण किया गया। अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया।
सौतेली मां व भाई से था विवाद
प्रकरण का खुलासा करते हुए एडीजी डीएस सागर ने बताया कि विवेचना में मृतक के संबंध में प्राथमिक रूप से यह तथ्य सामने आये कि मृतक की शादी नहीं हुई थी। वह आसपास के क्रेशर मशीन, खदान में घूमा-फिरा करता था। शराब पीने का आदी था। मृतक के पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। उसका ग्राम खन्नाध के मामा पक्ष से भी जमीन का विवाद चलता था व मृतक का उसकी सौतली मां व भाई से भी पारिवारिक विवाद था। पूछताछ के दौरान में मृतक के सौतेले छोटे नाबालिक भाई द्वारा बताया गया कि मृतक लूटा उसको कई वर्षो से बिना बात के अनावश्यक मारपीट करता आ रहा था, जिसका गुस्सा उसके मन में बना रहता था और उसकी मां को भी बिना वजह गाली दिया करता था।
रात भर घर में रखा शव
घटना दिनांक 28 सितंबर को शाम 5 बजे मृतक लूटा जब अपने घर आया तभी उसने अपने नाबालिक छोटे भाई को मारपीट किया। तगाडी से मारा दिया जिससे उसके हाथ में चोंट आई और खून बहने लगा। मां बीच बचाव करने आई तो उसने मां का सिर दीवाल पर पटक दिया, जिससे मां के सिर पर चोट आई। इसी बात से गुस्साए नाबालिक भाई आधे घन्टे बाद जब मृतक सोने लगा तो हथौड़े से उसके सिर, ठुड्ढी, कान के पास व नाजुक अंगों में जोर से वार किया, जिससे लूटा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना स्थल खून ही खून हो गया। उसकी मां व पिता वहीं पर मौजूद थे। दोनों ने मिलकर खून साफ कर दिया। शव को घर में ही रात तक छुपाए रखा। रात 11 बजे सायकल से पिता व सौतला भाई शव को ले जाकर झाडियों में छिपा आये। अगले दिन किसी की नजर नहीं पड़ी। तो 29 सितंबर की रात अपचारी बालक द्वारा रात्रि 4 बजे अकेले जाकर शव को झाडी से निकालकर 5 मीटर दूर सहज दृश्य स्थान में रख दिया। जिससे पास वाले रास्ते से आसानी से देखा जा सकें। अगले दिन गांव के लोगों को मर्डर की जानकारी मिली।
हथौड़ा व खून से सने कपड़े जब्त
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथौड़ा, सायकल व खून युक्त कपडे जप्त कर लिए हैं। मृतक की मां गोमती पटेल पति अवधेश पटेल 40 वर्ष निवासी कंचनपुर को गिरफ्तार कर न्यायालय व बाल अपचारी बालक को बाल न्यायालय में प्रस्तुत किया गया अंधी हत्या का पर्दाफाश करने में अति. पुलिस महानिदेशक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र सिहं परिहार, उनि आनंद कुमार झारिया, एसएन मिश्रा, सउनि रजनीश तिवारी, रामानंद तिवारी, सुरेश कुमार, कन्हैयालाल, प्रआर रामनिवास पाण्डेय, लाला प्रसाद, कुंवरलाल सिहं, आर. हीरालाल का सराहनीय योगदान रहा