20 हजार की रिश्वत लेते मेडिकल ऑफिसर ट्रेप,सर्पदंश से मौत
20 हजार की रिश्वत लेते मेडिकल ऑफिसर ट्रेप,सर्पदंश से मौत
डिजिटल डेस्क,रीवा। सर्पदंश से मासूम की मौत के बाद मेडिकल ऑफीसर ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सही कारण लिखने के लिए रिश्वत की मांग की। दरअसल सर्पदंश से मौत पर परिवार को चार लाख की सहायता दिए जाने का प्रावधान है। इसलिए मेडिकल ऑफीसर ने तीस हजार रूपये की रिश्वत मांगी। इसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय रीवा में हुई। सोमवार को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत की रकम के साथ आरोपी को दबोच लिया। लोकायुक्त की यह ट्रेप कार्रवाई सतना जिले में हुई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मझगवां में पदस्थ मेडिकल ऑफीसर डॉ. शिव कुमार वर्मा के विरूद्ध शंकर सिंह निवासी चितहरा तहसील मझगवा द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की गई थी।
मेडिकल स्टोर में दिलाई रकम
मेडिकल ऑफीसर डॉ. शिव कुमार वर्मा की निजी क्लीनिक भी है। क्लीनिक के बगल में कान्हा मेडिकल स्टोर संचालित है। शिकायतकर्ता शंकर सिंह जब बीस हजार रूपये लेकर डॉक्टर के पास देने पहुंचा तो उसे कहा गया कि मेडिकल स्टोर में बैठे व्यक्ति को दे दो। इस तरह कान्हा मेडिकल स्टोर के राजपाल यादव को रिश्वत की रकम दिलाई गई।
पन्द्रह अगस्त को हुई मौत
शंकर सिंह के परिवार में पांच वर्षीय मासूम की सर्पदंश से पन्द्रह अगस्त को मौत हुई है। मासूम संजीत की मौत के बाद मेडिकल ऑफीसर ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह लिखने के लिए सौंदेबाजी शुरू कर दी कि सर्प द्वारा डसे जाने से मौत हुई है। परिवार के लोगों ने काफी आरजू-मिन्नत की, लेकिन डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा। परेशान होकर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की गई और सोमवार को डीएसपी बीके पटेल के नेतृत्व में पन्द्रह सदस्यीय टीम ने पहुंचकर यह ट्रेप कार्यवाही को अंजाम दिया। डीएसपी ने बताया कि सर्पदंश से जिसकी मौत हुई, वह शिकायकर्ता के चाचा का बेटा था।
दोनों बने आरोपी
रिश्वत के इस मामले में मेडिकल आफीसर सहित उस व्यक्ति को भी आरोपी बनाया गया है, जिसने रूपये अपने हाथ में लिए। माना जा रहा है कि मेडिकल ऑफीसर ने जिस व्यक्ति को रकम दिलाई, वह उनका खास है। मेडिकल स्टोर का काम देखने के साथ ही लेन-देन में भी पूरी भूमिका निभाता है।
इनका कहना है
पांच वर्षीय मासूम की सर्पदंश से मौत होने के बाद मेडिकल ऑफीसर द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सही कारण लिखने के लिए तीस हजार रूपये की रिश्वत मांगी गई थी। इसकी तस्दीक कराकर ट्रेप कार्यवाही की गई है। मेडिकल ऑफीसर ने एक अन्य व्यक्ति को रिश्वत के रूपये दिलाए। उसे भी आरोपी बनाया गया है। राजेन्द्र वर्मा, एसपी लोकायुक्त