रजिस्ट्री कार्यालय में लोकायुक्त की दबिश, १२ हजार की रिश्वत लेते स्टेनो ट्रेप

रीवा रजिस्ट्री कार्यालय में लोकायुक्त की दबिश, १२ हजार की रिश्वत लेते स्टेनो ट्रेप

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-18 11:37 GMT
रजिस्ट्री कार्यालय में लोकायुक्त की दबिश, १२ हजार की रिश्वत लेते स्टेनो ट्रेप

डिजिटल डेस्क,रीवा। लोकायुक्त पुलिस ने रीवा के जिला पंजीयक (रजिस्ट्री) कार्यालय में दबिश देकर स्टेनों धीरेन्द्र सिंह तोमर को १२ हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। रिश्वत की यह रकम स्लॉट बुकिंग में फंसे १.२० लाख रूपये की वापसी की प्रक्रिया पूरी करने के बदले  मांगी गई थी। 
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि गुलाबनगर निवासी दीपक पांडेय की शिकायत पर यह ट्रेप कार्रवाई हुई है। कलेक्ट्रेट के समींप रजिस्ट्री कार्यालय में आरोपी स्टेनों को दोपहर १२.३० बजे पकड़ा गया। उन्होंने  बताया कि दीपक पांडेय ने जून २०२१ में अपनी मॉ सरोज पांडेय और मौसी शकुंतला पांडेय के नाम पर रजिस्ट्री कराने के लिए स्लॉट बुक कराया था। लेकिन किसी कारण से रजिस्ट्री नहीं हो पाई। स्लॉट बुक कराने के लिए जमा किए गए १.२० हजार रूपये वापसी के लिए उसने प्रक्रिया शुरू की। लेकिन इसके लिए उससे रिश्वत की मांग की गई। इस तरह की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय आने पर तस्दीक कराने के बाद यह ट्रेप कार्रवाई की गई है। 
काउंटर में रूपये रखते ही दबोचा
लोकायुक्त पुलिस की टीम रजिस्ट्री कार्यालय में पूरी तरह तैयार थी। जैसे ही स्टेनों धीरेन्द्र सिंह तोमर ने फरियादी से १२ हजार रूपये लेकर काउंटर में रखे, तभी टीम ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया। इस कार्रवाई में डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार, निरीक्षक जियाउल हक सहित १२ सदस्यीय दल शामिल रहा।
जांच के घेरे में डीआर की भूमिका 
फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को बताया था कि स्टेनो ने स्लॉट की रकम वापसी के लिए कई चक्कर लगाए हैं। डीआर से मिलकर जब अपनी समस्या बताई तो उन्होंने स्टेनों से मिलने को कहा। स्टेनों से मिलने पर कहा कि १२ हजार रूपये लगेंगे। जिसमें से छह हजार रूपये डीआर, चार हजार रूपये खुद और दो हजार रूपये क्लर्क के नाम पर मांगे। इस तरह डीआर की भूमिका की  जांच भी लोकायुक्त द्वारा की जा रही है।

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