अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न
डिजिटल डेस्क, मन्दसौर। म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के दिशानिर्देशानुसार एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मंदसौर श्री विजय कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र, (ए.डी.आर. भवन) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला जेल मंदसौर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र, जिला न्यायालय, मंदसौर में जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री विजय कुमार पाण्डेय, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश श्रीमती निशा गुप्ता एवं अध्यक्ष अभिभाषक संघ श्री रघुवीर सिंह पंवार द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर द्वीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला न्यायाधीश महोदय द्वारा महिला सशक्तिकरण का आशय वर्णित कर स्पष्ट किया कि जिस समाज में महिला जितनी सुरक्षित एवं स्वतंत्र होगी, उस समाज में महिला उतनी ही सशक्त होगी। साथ ही यह भी बताया कि महिलाओं को अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों दोनों के प्रति ही निरंतर जागरूक रहने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर श्रीमती निशा गुप्ता, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश द्वारा महिलाओं से संबंधित कानून जैसे लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत बढ़ते अपराधों पर चिंता व्यक्त करते हुए सदैव सजग रहने की अपील की। इसी अनुक्रम में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय द्वारा संबंधित विषय पर अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि महिला पुरूषों से अधिक शक्तिशाली है, आवश्यकता है तो केवल उसे अपने भीतर छिपी हुई शक्ति को पहचानने की। अपर जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री रईस खान द्वारा व्यक्त किया कि विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष में बतौर उत्सव मनाया जाता है।
न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती विश्वेश्वरी मिश्रा द्वारा महिला दिवस मनाने के कारणों पर प्रकाश डाला और बताया कि पूर्व में महिला मजदूर संघठनों द्वारा कार्य के घंटो को निर्धारित किये जाने हेतु महिला दिवस आयोजित किया था। न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री समीर कुमार मिश्रा द्वारा महिलाओं के सम्मान का वर्णन कविता के माध्यम से रोचक तरीके से प्रस्तुत किया। इसी अनुक्रम में जिला जेल, मंदसौर में महिला बंदियों की समस्याओं के निराकरण तथा महिलाओं एवं बालिकाओं के अधिकारों के संबंध में जागरूकता हेतु विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के दौरान अपर जिला न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री रईस खान द्वारा उपस्थित महिला बंदीगण को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि हमारे संविधान द्वारा महिलाओं को बहुत से अधिकार प्रदान किये गये है, परन्तु उनका महत्व तभी है, जबकि इन अधिकारों की जानकारी हो। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का निर्वहन करने की भी नितांत आवश्यकता है तभी एक जीवंत समाज की परिकल्पना संभव है। साथ ही महिला बंदीगण द्वारा उनके प्रकरणों के संबंध में पूछे गये विधिक प्रश्नों का भी जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रीमती मंजू सिंह द्वारा वर्णित किया कि वर्तमान में संवैधानिक अधिकारों के कारण महिला एवं पुरूषों की स्थति एक समान है। आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरूषों के समान ही कदमताल कर रही हैं, क्योंकि संविधान स्त्री एवं पुरूष दोनों को एक समान अधिकार प्रदान करता है। जिला जेलर श्री पी.के. सिंह द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को महत्वपूर्ण कानूनी जानकारी देने एवं उनके प्रकरणों से संबंधित विधिक प्रश्नों की पुष्टि करने के संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर उप जेलर श्रीमती सुभद्रा चौहान व जेल स्टॉफ तथा महिला बंदीगण उपस्थित रहे।