सोलर प्लांट के लिए त्योंथर में जमीन की तलाश शुरू
रीवा सोलर प्लांट के लिए त्योंथर में जमीन की तलाश शुरू
डिजिटल डेस्क, रीवा।नईगढ़ी में पांच सौ मेगावाट के सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिये त्योंथर तहसील में जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। सोलर प्लांट के लिये मऊगंज अनुभाग अन्तर्गत नईगढ़ी तहसील में 500 हेक्टेयर राजस्व विभाग की जमीन मिल गई है। जिसकी जानकारी ऊर्जा विभाग निगम के भोपाल मुख्यालय भेज दी गई है। दरअसल नईगढ़ी में जिस स्थान पर पांच सौ हेक्टेयर जमीन मिली है, उससे सटी तीन सौ हेक्टेयर जमीन त्योंथर अनुभाग की है। यह जमीन पठारी है, जिससे ऊर्जा विभाग यह प्रयास कर रहा है कि त्योंथर की जमीन सोलर प्लांट के लिये मिल जाए। इसके लिए निगम को त्योंथर, एसडीएम को पत्र लिखा है। जिस पर एसडीएम ने राजस्व अमले को जमीन का परीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।
जमीन का परीक्षण शुरू
त्योंथर तहसील में प्लांट के लिये जो तीन सौ हेक्टेयर जमीन की तलाश की गई है, उसमें यह परीक्षण किया जा रहा है कि तीन सौ हेक्टेयर में कितनी जमीन राजस्व विभाग और कितनी जमीन निजी है। यह भी देखा जा रहा है कि इसमें वन विभाग की जमीन है या नहीं। बताया गया है कि पटवारी और राजस्व निरीक्षकों को जमीन का परीक्षण करने के लिये कहा गया है। सूत्रों के अनुसार जमीनों के बीच पांच सौ मीटर का भी अंतर है तो वहां सोलर पावर प्लांट की स्थापना हो सकी है। नईगढ़ी के समीप त्योंथर अनुभाग की जो जमीन मिली है, उनके बीच की दूरी पांच सौ मीटर से कम है।
इसलिये बढ़ाई क्षमता
पूर्व में यहां 250 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जानी थी। लेकिन बड़े निवेशकों को आकर्षित करने 250 की जगह 500 मेगावाट की प्लांट की स्थापना का निर्णय ले लिया गया। दरअसल कंपनियां कम क्षमता के सोलर प्लांट लगाने आगे नहीं आती। यही वजह है कि नईगढ़ी में 500 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया। जिससे बड़े निवेशकों को आमंत्रित किया जा सके।
और दो सौ हेक्टेयर जमीन की पड़ेगी जरूरत
नईगढ़ी में पांच सौ और त्योंथर अनुभाग की तीन सौ हेक्टेयर जमीन मिलने के बाद ऊर्जा विकास निगम को और दो सौ हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। निगम से जुड़े सूत्रों की मानें तो एक मेगावाट के लिये दो हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होती है। यहां पांच सौ मेगावाट का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाना है। लिहाजा एक हजार हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। बताया गया है कि प्लांट के लिये यदि 800 हेक्टेयर जमीन मिल जाती है तो दो सौ हेक्टेयर जमीन किसानों से खरीद ली जाएगी। नईगढ़ी में यदि पांच सौ मेगावाट का सोलर पावर प्लांट स्थापित हो जाता है तो यह रीवा जिले में गुढ़ के बाद दूसरा सबसे बड़ा प्लांट होगा। गुढ़ की बदवार पहाड़ी में 750 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जा चुका है।