फर्जी वेबसाईट बनाकर बैंक खातों से पैसा निकालने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह पकड़ाया
रिटायर्ड डीन के खाते से निकाले थे दस लाख फर्जी वेबसाईट बनाकर बैंक खातों से पैसा निकालने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह पकड़ाया
डिजिटल डेस्क, रीवा। फर्जी वेबसाईट बनाकर बैंक खातों से पैसा निकालने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह को रीवा पुलिस ने पकड़ा है। मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड डीन डॉ.पीसी द्विवेदी के खाते से 10 लाख रूपये निकलने के मामले में जांच करते हुए पुलिस इन आरोपियों तक पहुंची है। झारखंड से पकड़कर इन्हें लाया गया है। जिसके पास से 9 लाख 89 हजार रूपये जब्त हुए हैं। पकड़े गए आरोपियों में मुसर्रफ अंसारी (29) निवासी कर्माटा जिला-जामताड़ा झारखण्ड, मनुवर अंसारी (30) निवासी कर्माटा जिला-जामताड़ा झारखंड एवं फैज आलम (20) निवासी रिंगों-चिंगों जिला-जामताड़ा झारखण्ड शामिल हैं।
इस तरह करते थे शिकार-
वारदात के तरीके के संबंध में पूछे जाने पर आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि टीम का एक साथी जो कंप्यूटर के संबंध में जानकारी रखता है वह विभिन्नों बैंको की फर्जी बेवसाईट, फर्जी डोमेन का सहारा लेकर बनाता था और उसको गूगल पर अपलोड कर देता था। जब कोई बैंक कस्टमर खाते संबंधी समस्या आने पर संबंधित बैंक के कस्टमर केयर का नंबर गूगल पर सर्च करता है तो वहां पर हमारी फेक बेवसाईट भी खुल जाती है। जिस पर हमारे द्वारा प्रदान किया गया मोबाईल नंबर उपलब्ध होता है। जैसे ही कस्टमर उस दिये गये नंबर पर फोन लगाता है तो हम लोग उससे बैक कर्मचारी बनकर बात करके उससे उसके खाते की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर लेते या तो एक गूगल फार्म उसी बेवसाईट पर भरने के लिये कहते। जिस पर कस्टमर के बैंक खाते संबंधी सभी जानकारी लेख की जानी रहती है। यह जानकारी प्राप्त होते ही पैसे ट्रॉंसफर किये जाने के विभिन्न प्रकार के डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हुये उन पैसों को अपनी सुविधानुसार अपने व अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के बैंक खातो में ट्रॉंसफर कर लेते थे। फिर उन पैसों को एटीएम बूथ के माध्यम से निकाल लेते थे या तो विभिन्न प्रकार के ऑनलाईन खरीदारी में उपयोग करते थे।
इस तरह हुई थी घटना-
मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड डीन डॉ.पीसी द्विवेदी ने क्रेडिट कार्ड संबंधी असुविधा होने पर गूगल पर बैंक की बेवसाईट को सर्च किया था। उसमें दिये गये कस्टमर केयर नंबर से बात की। जिनके द्वारा आवेदक को आनलाईन फार्म भरवाया और आवेदक के खाते की ओटीपी लेकर 10 लाख रूपये निकाल लिया था। बीते माह 21 अप्रैल को हुई इस घटना पर अमहिया पुलिस ने धारा-420 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
दर्जन भर मोबाइल और पासबुक जब्त-
आरोपियों से पुलिस ने 9 लाख 89 हजार रूपये की नगदी के साथ ही 12 मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त किए है। इसके अलावा 3 बैक पासबुक और 6 एटीएम कार्ड भी मिले हैं।
इनकी रही सराहनीय भूमिका-
आरोपियों को पकडऩे में थाना प्रभारी अमहिया शिवा अग्रवाल, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र पटेल, उप निरीक्षक गौरव मिश्रा, दीपक तिवारी, सहायक उप निरीक्षक राजेश तिवारी, आरक्षक पियूष मिश्रा, आरक्षक मनीष सिंह, सायबर सेल प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार नामदेव, आरक्षक सुभाष भारती, मानेन्द्र शर्मा, वरूणेन्द्र सिंह परिहार, भावेश द्विवेदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।