विजयराघवगढ़ में नायब तहसीलदार-वकील के बीच झूमाझटकी

दोनों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट का लगाया आरोप, थाने पहुंंचा मामला विजयराघवगढ़ में नायब तहसीलदार-वकील के बीच झूमाझटकी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-05 14:47 GMT

 डिजिटल डेस्क कटनी/विजयराघवगढ़। तहसील कार्यालय विजयराघवगढ़ में सोमवार को राजस्व के एक मामले को लेकर नायब तहसीलदार रवीन्द्र पटेल एवं अधिवक्ता नूर मोहम्मद सिद्दीकी के बीच झूमा झटकी से हंगामा मच गया। नायब तहसीलदार एवं अधिवक्ता ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया है। विजयराघवगढ़ के इतिहास में तहसील न्यायालय कक्ष में  इस तरह की घटना पहली बार सामने आई। बताया जाता है कि करीब 15 से 20 मिनट तक हंगामा होता रहा। दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की है। नायब तहसील न्यायालय विजयराघवगढ़ में रामप्यारी/कैलाश विरुद्ध अर्जुन का जमीन प्रकरण विचाराधीन था। नायब तहसीलदार ने सोमवार को अर्जुन के विरोध में फैसला सुनाया। इस फैसले पर अधिवक्ता नूर मोहम्मद के मुंशी सुरेश बरगाही ने  आपत्ति जताई। जिस पर नायब तहसीलदार रविन्द्र पटेल ने कहा कि जो भी आपत्ति है, वह वकील के माध्यम से ही सुनी जाएगी। जानकारी लगने पर अधिवक्ता नूर मोहम्मद सिद्दकी  पहुंचे और उन्होंने कहा कि मुंशी के माध्यम से भी आपत्ति ली जा सकती है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ।  मामले की जानकारी एसडीएम को भी लगी। जिन्होंने पुलिस को जानकारी दी। मौके पर विजयराघवगढ़ पुलिस पहुंची।
यह रहा पूरा मामला-
नायब तहसीलदार न्यायालय में रामप्यारी/कैलाश विरुद्ध अर्जुन धारा 250 के तहत प्रकरण विचाराधीन हैै। इस मामले में सोमवार को नायब तहसीलदार ने रामप्यारी के पक्ष में निर्णय सुनाया। मुंशी के बुलावे पर अर्जुन के पक्ष के अधिवक्त नूर मोहम्मद नायब तहसीलदार के न्यायालय में पहुंचे और डायस पर जोर-जोर से हाथ पटकने लगे। वहां का माहौल गर्म होने पर नायब तहसीलदार डायस से बाहर आकर वकीलों से बात करने लगे। देखते ही देखते  गाली-गलौज, झूमाझटकी होने लगी। बात मारपीट तक पहुंच गई।  थान में इस दौरान गहमागहमी का माहौल दिखाई दिया। अधिवक्ताओं का आरोप रहा कि इसके पहले भी उक्त अधिकारी के द्वारा इसी तरह से अभद्रता की गई है। जिसकी मौखिक शिकायत भी उन्होंने  तहसीलदार से की थी। इसके बावजूद अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। जिसका परिणाम रहा कि आज राजस्व अधिकारी ने उनके साथ मारपीट कर दी। अधिवक्ताओं का आरोप रहा कि विभागीय अफसर अभद्रता करने वाले का ही पक्ष ले रहे हैं।
इनका कहना है
रामप्यारी/कैलाश विरुद्ध अर्जुन का जमीन प्रकरण लगा हुआ था। सुनवाई के दौरान अर्जुन के विपक्ष में फैसला सुनाया। इस दौरान वकील के मुंशी ने आपत्ति जताई तो नियमों का हवाला देते हुए अधिवक्ता के माध्यम से आपत्ति देने को कहा गया। इसी बात को लेकर अर्जुन के अधिवक्ता नूर मोह मद सिद्दकी न्यायालय पहुंचे। डाइस को ठोकते हुए तेज आवाज में बात करने लगे। न्यायालय के स मान को देखते हुए उन्हें मैं बाहर गलियारें में ले गया तो वे और उनके कुछ साथियों ने मेरे साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की।
रविन्द्र पटेल, नायब तहसीलदार
मुंशी के माध्यम से आपत्ति लगाई जा सकती है। यह नियम में है, जानकारी लगने पर जब मैं न्यायालय पहुंचा और नियमों का हवाला दिया तो इसके बाद नायब तहसीलदार भडक़ गए। डायस से बाहर आते हुए उन्होंने मेरे साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की। यह पहला मामला नहीं है, जब उक्त अधिकारी ने इस तरह से किसी अधिवक्ता के साथ अभद्रता किया हो। इसके पहले भी वे ऐसा कर चुके हैं।
नूर मोहम्मद सिद्दकी, अधिवक्ता
एसडीएम के माध्यम से जानकारी दी गई कि नायब तहसील कार्यालय में विवाद हो रहा है। जानकारी लगने पर बल के साथ न्यायालय पहुंचा। यहां पर देखा कि वकील बाहर थानें की तरफ जा रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी बाहर खड़े हैं। दोनो पक्षों ने शिकायत दर्ज कराई है। वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
विजय सिंह बघेल, थाना प्रभारी

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