जिस मरीज के नाम से निकलेगा रेमडेसिविर अगर उसे नहीं लगा तो निजी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
जिस मरीज के नाम से निकलेगा रेमडेसिविर अगर उसे नहीं लगा तो निजी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क जबलपुर। रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों के नाम पर िनजी अस्पतालों तक पहुँच तो रहे हैं लेकिन उन्हें लगाये नहीं जा रहे हैं। इंजेक्शन की कालाबाजारी की भी िशकायतें मिल रही थीं। इसके बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गुरुवार को आदेश जारी किया कि हर मरीज की पूरी जानकारी अपडेट की जायेगी। निजी अस्पताल में भर्ती मरीज का नाम, पता और मोबाइल नंबर भी लिया जाये और उनसे पूछा जाए कि उन्हें इंजेक्शन लगा कि नहीं। मरीज के नाम से निकला रेमडेसिविर इंजेक्शन अगर मरीज को निजी अस्पताल नहीं लगाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर संयुक्त कलेक्टर शाहिद खान ने गुरुवार की शाम को मेट्रो हॉस्पिटल, लाइफ मेडिसिटी सिटी हॉस्पिटल, आदित्य हॉस्पिटल एवं बॉम्बे हॉस्पिटल आदि निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता, रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने की जानकारी तथा जिन मरीजों को इंजेक्शन लगाया गया है उनसे टेलीफोन से बात भी की। उन्होंने कहा कि जाँच आगे भी अन्य अस्पतालों में सतत रूप से की जाएगी। बॉम्बे हॉस्पिटल के निरीक्षण में कोरोना पॉजिटिव महिला द्रौपदी की मृत्यु के बाद भी परिजनों को शव नहीं सौंपे जाने की शिकायत की जाँच की गई, अधिकारी के अनुसार वह सही नहीं पाई गई।