25 करोड़ रुपए से तैयार गुरुकुलम भवन का 6 माह बाद भी उपयोग नहीं
शहडोल 25 करोड़ रुपए से तैयार गुरुकुलम भवन का 6 माह बाद भी उपयोग नहीं
डिजिटल डेस्क,शहडोल। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शहडोल (गुरुकुलम) में पढ़ाई कर रहे 480 जनजातीय छात्र-छात्राओं के लिए आरटीओ कार्यालय के समीप हर्री में 25 करोड़ रुपए की लागत से तैयार भवन का 6 माह बाद भी उपयोग नहीं हो पा रहा। इस बीच बच्चे वैकल्पिक व्यवस्था के तहत विचारपुर स्थित क्रीड़ा परिसर में खोले गए भवन में परेशानियों के बीच पढ़ाई करने विवश हैं। अभिभावकों ने बताया कि विचारपुर में बच्चों की क्षमता के अनुरुप रहने का इंतजाम नहीं है।
कक्षा संचालन से लेकर भोजन और शौचालय के उपयोग में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खासबात यह है कि इन बच्चों के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर हर्री में भवन का निर्माण कराया गया। वहां स्कूल शिफ्ट नहीं किए जाने से भवन भी धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो रहा है। अभिभावकों ने कहा सरकारी पैसे के उपयोग में लापरवाही का यह भी गजब उदाहरण है। इस समस्या को लेकर 22 नवंबर को कलेक्टर को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग भी की गई है।
ऐसे समझें जनजातीय छात्रों की परेशानी
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शहडोल (गुरुकुलम) में कक्षा छठवीं से 11 वीं तक प्रत्येक कक्षा 80 (40 बालक 40 बालिका) छात्रों के औसत में 480 बच्चे पढ़ रहे हैं। अगले साल 12 वीं कक्षा संचालित होने पर संख्या बढक़र 560 पहुंच जाएगी। विचारपुर स्थित क्रीड़ा परिसर में 120 बच्चों के लिए ही व्यवस्था है।
गुरुकुलम का संचालन 2016 से प्रारंभ हुआ। तब प्रदेश के चार प्रमुख शहरों में खुले स्कूलों में शहडोल को भी शामिल कर यहां स्कूल खोला गया। 2018 में कांग्रेस सरकार में इसे एकलव्य सोसायटी के अधीन कर दिया गया। व्यवस्था बदलाव में ओबीसी व सामान्य के लिए आरक्षित 10-10 प्रतिशत सीट की व्यवस्था भी बंद हो गई।
गुरुकुलम खोलने के पीछे उद्देश्य था कि यहां डॉक्टर व इंजीनियर तैयार करने के लिए कक्षा छठवीं से नीव मजबूत किया जाए। हर्री में 14 एकड़ क्षेत्रफल में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शहडोल (गुरुकुलम) के लिए नवीन भवन का निर्माण किया गया है।
हर्री में शिफ्टिंग को लेकर बिजली टॉवर होने की बात कही जा रही है। इस पर बड़ा सवाल यह है कि भवन निर्माण के समय इस पर गौर क्यों नहीं किया। दूसरी ओर विचारपुर स्थित भवन में शौचालय उपयोग के लिए बच्चों को कतार में लगना पड़ रहा है। हिंदी व अंग्रेजी माध्यम के लिए अलग-अलग कक्षाओं के संचालन पर भी असर पड़ रहा है।
6 माह में भी पूरी नहीं हुई भवन निर्माण की जांच
हर्री में निर्मित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शहडोल (गुरुकुलम) के नवीन भवन में संचालन में अड़चन को लेकर भवन निर्माण की जांच की बात कही जा रही है। अभिभावकों ने इस पर भी सवाल खड़े किए हैं। ऐसी कौन सी जांच है जो 6 माह में पूरी नहीं हुई।
हर्री में भवन का निर्माण बाहर से ठीक दिख रहा है, अंदर कई खामियों की शिकायत मिलने पर जांच चल रही है। सीसी (कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र) जारी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वंदना वैद्य कलेक्टर