अब स्कूलों में भी मनाया जाएगा दादा-दादी दिवस, शिक्षा विभाग ने जारी किया परिपत्र
फैसला अब स्कूलों में भी मनाया जाएगा दादा-दादी दिवस, शिक्षा विभाग ने जारी किया परिपत्र
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के सभी स्कूलों में भी अब दादा- दादी दिवस मनाया जाएगा। राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग ने इस बारे में परिपत्र जारी किया है। इसके मुताबिक प्रत्येक साल सितंबर महीने के पहले सोमवार के बाद आने वाले रविवार को दादा- दादी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके मद्देनजर स्कूलों में सितंबर महीने के दूसरे सोमवार को दादा-दादी दिवस मनाया जा सकेगा। यदि प्रस्तावित दिन पर कार्यक्रम करना संभव नहीं हुआ तो स्कूल अपनी सुविधा के अनुसार साल में एक दिन दादा-दादी दिवस के रूप में मना सकेंगे। इसके तहत विद्यार्थियों को स्कूलों में अपने दादा और दादी का परिचय कराना होगा। दादा और दादी के साथ मनोरंजन के लिए संगीत, गायन, वादन, चित्रकला, संगीत कुर्सी और नृत्य जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में दादा और दादी के साथ शिक्षकों को भी सहभाग लेना होगा। स्कूलों में दादा और दादी को पारंपरिक वेशभूषा में बुलाया जा सकेगा। हालांकि पारंपरिक वेशभूषा परिधान करना ऐच्छिक होगा। महिलाओं के लिए मेहंदी सहित विभिन्न उपक्रम का आयोजन किया जा सकेगा। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को पौधा लगाने और पर्यावरण का महत्व बताना होगा। सरकार का कहना है कि मौजूदा पारिवारिक परिस्थिति को देखते हुए माता-पिता नौकरी अथवा व्यवसाय के लिए घर से बाहर जाते हैं। ऐसे में बच्चों को संभालने की पूरी जिम्मेदारी दादा-दादी पर रहती है। स्कूल के समय के बाद बच्चे अधिकांश समय दादा-दादी के साथ में रहते हैं। दादा-दादी बच्चे के पहले मित्र होते हैं। दादा-दादी और पोत-पोती के मजबूत रिश्ते को पहचान देना महत्वपूर्ण है। यह रिश्ता बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरत और प्रेरणादायी है।