नागरिकों ने कहा-घर से निकलते ही रास्ते में धूल से सराबोर होना रोज की बात

धूल भरी शहर की सडक़ें बड़ी समस्या नागरिकों ने कहा-घर से निकलते ही रास्ते में धूल से सराबोर होना रोज की बात

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-28 12:07 GMT
नागरिकों ने कहा-घर से निकलते ही रास्ते में धूल से सराबोर होना रोज की बात

डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर के अलग-अलग वार्डों में ज्यादातर सडक़ों पर धूल भरी है। कारण है सीवर लाइन निर्माण में पाइप लाइन बिछाने के बाद समय रहते पहले जैसी सडक़ बनाने में लेटलतीफी। सीवर लाइन निर्माण की ठेका कंपनी के कर्मचारी पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई तो तेजी से कर रहे हैं, लेकिन पाइप लाइन बिछ जाने के बाद सीमेंट से ढलाई व डामर की सडक़ पर डामरीकरण करने में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। नतीजा यह हुआ कि अधिकांश सडक़ों पर उडऩे वाली धूल से लोग परेशान हैं। कई बार तो घर से स्नान करने के बाद बाहर निकलते ही सडक़ पर आगे अगर कोई चारपहिया वाहन है तो पीछे चलने वाले दोपहिया वाहन चालक धूल से नहा लेते हैं। धूल से बचने के लिए कई बार ओवरटेक की कोशिश भी करते हैं और हादसे तक का शिकार हो जा रहे हैं।

पांडवनगर में चार माह में नहीं बनाई सडक़

पांडवनगर में गैस गोदाम के समीप सीवर लाइन ठेकेदार ने पाइप लाइन बिछाने के लिए चार माह पहले खुदाई की और वापस सडक़ नहीं बनाया। वार्डवासियों ने बताया कि सडक़ नहीं बनने से लोग परेशान हैं। ठेकेदार के कर्मचारी को कई बार जानकारी दी पर सडक़ को पहले जैसी स्थिति में लाने के लिए काम शुरु नहीं हुआ।

ठेकेदार के पास नहीं डामर प्लांट

सीवर लाइन ठेका कंपनी के पास डामर की सडक़ों पर पाइप लाइन बिछाने के बाद वापस डामरीकरण के लिए डामर प्लांट नहीं है। इसमें ठेका कंपनी ने पहले तो नगर पालिका को गुहार लगाई कि डामर की सडक़ पर सीसी सडक़ बनाने की अनुमति दे दी जाए। तब नगर पालिका ने वापस डामरीकरण करने की बात कही तो ठेका कंपनी ने डामर प्लांट के लिए कोशिशें तेज की। इस पूरी प्रक्रिया में 3 माह से ज्यादा समय लग गया है। इधर, शहर में कई स्थानों पर डामर की सडक़ पर पाइप लाइन बिछाने के 4 से 5 माह बाद भी सडक़ पहले जैसे नहीं बनी। पूरे शहर में ऐसी 11 किलोमीटर सडक़ है, जहां खुदाई के बाद अब तक डामरीकरण नहीं किया गया। आवागमन में नागरिक परेशान हो रहे हैं।

ऐसे समझें ठेकेदार की मनमानी

> सडक़ खुदाई और पाइप लाइन बिछाने में कर्मचारी और समय कम लगता है, लेकिन पक्की करने में ज्यादा कर्मचारियों के साथ ही समय भी ज्यादा लगता है। ठेका कंपनी ने सडक़ पक्की करने के लिए ज्यादा कर्मचारी नहीं रखे। नतीजा सडक़ें तो ज्यादा खुदी, लेकिन पक्की करने में विलंब बढ़ता गया।
> ठेका कंपनी के पास ऐसा प्रबंधन नहीं है कि जिस सडक़ को पहले खोदा गया वहां सुधार के लिए उसी क्रम में काम किया जाए। जो लोग ठेका कंपनी पर दबाव बनाने में सफल हैं, उन गलियों में काम हो जा रहा है। जिन गलियों में ऐसे लोग नहीं हैं वहां आमजनों की परेशानी कम नहीं हो रही है।

- ठेका कंपनी के पास डामर प्लांट नहीं होने के कारण डामरीकरण के कार्य में विलंब हो रहा है। इसके लिए ठेका कंपनी के कर्मचारियों प्राथमिकता तय करते हुए काम जल्दी पूरा के निर्देश दिए हैं।

पवन जैन प्रोजेक्ट मैनेजर पीआइयू

- अधिकारियों से कहा है कि शहडोल में जहां पर पाइप लाइन बिछाने के सडक़ की खुदाई की गई है, वहां डामरीकरण व सीसी सडक़ बनाने का काम जल्दी पूरा किया जाए। इस संबंध में कलेक्टर से बात करते हैं।
जयसिंह मरावी विधायक
 

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