जंगल बेचकर खा लिया ,सीसीएफ और डीएफओ को लग जायेगी हथकड़ी : विधायक बिसेन
जंगल बेचकर खा लिया ,सीसीएफ और डीएफओ को लग जायेगी हथकड़ी : विधायक बिसेन
डिजिटज डेस्क, बालाघाट। पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन ने बालाघाट वन अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि वन विभाग द्वारा कराये गये पौधारोपण और वनक्षेत्रों में हुई कटाई की जांच सही तरीके से हो जाये तो एक-एक को हथकड़ी लग जायेगी। न सीसीएफ बचेगा न डीएफओ। उन्होंने कहा कि वनविभाग ने पूरे प्रदेश में जंगल को बेचकर खा लिया है। पूर्व मंत्री और विधायक गौरीशंकर बिसेन ने यहां बजरंग घाट मार्ग पर श्रमदान से मुरूमीकरण कार्यक्रम के दौरान आयोजित कार्यक्रम में उक्त सनसनीखेज आरोप लगाए।
वन अधिकारियों ने नहीं होने दिया मुरमीकरण
गौरतलब है कि वनक्षेत्र में आने वाले बजरंग घाट के पहुंच मार्ग में मुरूमीकरण को लेकर पूर्व मंत्री के प्रयासों को वन अधिकारियों द्वारा रोक दिया गया था। इस मार्ग पर मुरूमीकरण करने डम्पर से लाये गये मुरूम को यहां गिराने से वन अधिकारियों के निर्देश पर एसडीओ ने रोक दिया था और वाहन को थाने में खड़ा करवाने तक की दी थी। वहीं महिला रेंजर ने बजरंग घाट आने वाले लोगों को वाहन से प्रवेश पर रोक लगा दी थी। इसको लेकर लोगों की शिकायत पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन तक पहुंची थी। जिसके बाद इस मामले को कलेक्टर दीपक आर्य के संज्ञान में लाया गया था। जिनके हस्तक्षेप से मार्ग के मुरूमीकरण के लिए मुरूम को गिराया जा सका।
14 जून को भी जब मार्ग पर श्रमदान से मुरूमीकरण का कार्य किया जा रहा था, उस दौरान वनविभाग के कोई अधिकारी नहीं होने पर विधायक गौरीशंकर बिसेन ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कीे। उन्होंने कहा कि कौन अधिकारी काम करता है, बालाघाट दक्षिण के एक डीएफओ यह है जो मार्ग के मुरूमीकरण को रोकने का प्रयास कर रहे है और एक डीएफओ सोनी थे, जिन्होंने यहा कुटीरधाम के निर्माण के लिए अपने कंधो पर मेरे साथ बल्लियां उठाई थी। उन्होंनें वन अधिकारियों द्वारा किये जा रहे असहयोगात्मक रवैये को पागलपन बताते हुए कहा कि वह यह पागलपन बंद करें और जनसहयोग से कार्य कर रहे जिला प्रशासन के साथ सहयोग करें।