एफएसएसएआई ने कटनी को किया चयनित, मिलावटखोरी से छुटकारा दिलाने होगा प्रयास
ईट-राइट-चैलेंज में बेहतर प्रदर्शन से पांच लाख जीतने का मौका एफएसएसएआई ने कटनी को किया चयनित, मिलावटखोरी से छुटकारा दिलाने होगा प्रयास
डिजिटल डेस्क, कटनी। खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता और स्वास्थ्यप्रद को लेकर ईट-राइट-चैलेंज में फूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड अथारिटी ऑफ इंडिया ने कटनी को शामिल कर लिया है। इसके पहले प्रदेश के अन्य महानगरों को इस चैलेंज में शामिल किया गया था। खाद्य पदार्थों के निर्माण और विक्रय में जिला भी अपना एक अलग स्थान रखता है। जिसके चलते इस बार पांच लाख रुपए के पुरुस्कार जीतने का मौका यहां के लोगों को मिला है। इसके तहत पांच माह के अंतराल में विविध आयोजन कराने की जिम्मेदारी प्रशासन और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की होगी। इसी के आधार पर ही उसे पुरुस्कार मिलेगा। जिसकी तैयारी शुरु कर दी गई है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देश में इस संबंध में रणनीति तय की जा रही है ताकि बेहतर प्रदर्शन करते हुए पुरुस्कार जीता जा सके।
संस्कृति विकसित करने की जिम्मेदारी मिलावट के मामले में कटनी का नाम वैसे भी अन्य जिलों में खराब है। शुद्ध के लिए युद्ध के अभियान में ही प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस बात पर फोकस किया था कि इस अभियान के तहत हमें कटनी को इससे छुटकारा दिलवाना है। विभागीय अधिकारियों के पास अब मौका है कि वे इस तरह की संस्कृति विकसित करें कि खाद्य पदार्थों का विक्रय करने वाले और निर्माण करने वाले व्यवसाई के खाद्य पदार्थों को कोई चैलेंज न कर सके। यहां तक की लैब में भी उनमें गुणवत्ता बरकरार रहे। सभी की रहेगी इसमें सहभागिता इसमें सभी विभागों की सहभागिता रहेगी। समस्त व्यापारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। होटलों की हाईजैनिक रेडिंग होगी। प्रत्येक कारखानों का ऑडिट होगा। जिसमें टीम यह तय करेगी कि यहां पर खाद्य सुरक्षा के मानकों का किस तरह से पालन किया जाएगा। इसके साथ सब्जी मंडी, स्ट्रीट फूड हब का सर्टिफिकेट भी प्राप्त करना अनिवार्य है। इसके साथ अन्य तरह की प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी।
प्रशासन की अगुवाई में करेंगे काम-
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय गुप्ता ने बताया कि निश्चित ही इस चैलेंज में जिले को शामिल किया गया है। यह हम सभी के लिए अच्छा मौका है कि यहां पर इस तरह की संस्कृति को विकसित किया जाए। जिससे की सभी ग्राहकों को स्वास्थ्य प्रद खाद्य पदार्थ मिले। प्रशासन की अगुवाई में रणनीति बनाते हुए इसमें बेहतर तरीके से काम किया जाएगा। प्रथम चरण में शामिल अन्य महानगरों ने बेहतर प्रदर्शन किया। जिसके बाद उन्हें पुरुस्कार मिलने जा रहा है।