पुलिस लाइन में बनेगा एफएसएल लैब, जांच के लिए बाहर नहीं जाएंगे सेम्पल
रीवा पुलिस लाइन में बनेगा एफएसएल लैब, जांच के लिए बाहर नहीं जाएंगे सेम्पल
डिजिटल डेस्क, रीवा । अपराधों की वैज्ञानिक तरीके से जांच के लिए एफएसएल टीम द्वारा मौके से एकत्रित किए जाने वाले सेम्पल आने वाले दिनों में बाहर नहीं भेजने पड़ेंगे। बिसरा और ब्लड सहित कई अन्य जांचों की सुविधा रीवा में ही हो जाएगी। पुलिस लाइन में एफएसएल लैब तैयार होगा। इसके लिए बजट का जो रोड़ा था, वह दूर हो गया है।
तीन जिलों के लिए मिली राशि
क्षेत्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला एफएसएल के भवन निर्माण के लिए रीवा, रतलाम और जबलपुर के लिए राशि स्वीकृत हुई है। राज्य शासन द्वारा नवीन भवन निर्माण के साथ ही फर्नीचर, उपकरण आदि के लिए भी राशि स्वीकृत कर दी गई है। जानकारी के अनुसार कुल १३ करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें पहले चरण में ६ करोड़ और यह काम होने के बाद शेष ७ करोड़ दिए जाएंगे।
सजा दिलाने में होते हैं मददगार
विभिन्न अपराधों और घटनाओं की सच्चाई जाने के लिए वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संकलन काफी महत्वपूर्ण होता है। अपराधियों को सजा दिलाने में ये काफी मददगार होते हैं। यही वजह है कि एफएसएल टीम की मदद ज्यादातर प्रकरणों में ली जाती है।
हर वर्ष २५ बढ़ रहे प्रतिशत सेम्पल
सेम्पल (प्रदर्श) संकलन हर साल बढ़ता जा रहा है। बीते दो साल के आंकड़े देखे जाएं तो वर्ष २०२० में ७५० प्रदर्श जांच के लिए सागर, भोपाल आदि लैब भेजे गए थे। वहीं वर्ष २०२१ में यह संख्या १०५० हो गई।