अटल भू जल योजना के अंतर्गत चौथे चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
अजयगढ अटल भू जल योजना के अंतर्गत चौथे चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
डिजिटल डेस्क, अजयगढ .। अटल भू जल योजना के तहत चौथे चरण के प्रशिक्षण का विषय मांग और आपूर्ति के सिद्धांत से अपने गांव को बनाए पानीदार प्रशिक्षण को वाल्मी भोपाल से आये हुए मास्टर ट्रेनर द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण में पानी की मांग के बारे में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक कृषि में सिंचाई के लिए पानी की मांग होती है एवं शहरी क्षेत्र में पेयजल की सबसे अधिक मांग होती है। प्रशिक्षण में पानी की मांग पर बताया गया कि सिंचाई के लिए पानी की मांग, पेयजल के लिए पानी की मांग, घरेलू उपयोग के लिए पानी की मांग, मवेशी के लिए पानी की मांग, निर्माण कार्य के लिए पानी की मांग, वृक्षारोपण के लिए पानी की मांग, इन मांगों की आपूर्ति के लिए हमें कुछ हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है। कृषि में कम सिंचाई वाली फसलों एवं बीजों को बढ़ावा देना होगा। जैसे सरसों, चना, मटर अरहर, अलसी जौ, कटिया गेहूं, परम्परागत बीजों को अपनाना होगा। कृषि में सिंचाई के तरीके में बदलाव करने की आवश्यकता है जिसमें हमे स्प्रिंकलर रेनगन, फव्वारा, सूक्ष्म सिचाई विधियों को बढ़ावा देना होगा। फ्लेट सिंचाई को बंद करना होगा। इसमें पानी का बहुत दुरुपयोग होता है। इसके साथ-साथ हमे अपने परम्परागत जल स्त्रोतों जैसे नदी, तालाब, ताल-तलैया कुआं, वावडी, पोखर को पुन: जीवित कर उनका रखरखाव करना होगा। जिससे वर्षा के पानी को संरक्षण कर भूगर्भीय जल स्तर को बढय़ा जा सके। प्रशिक्षण वाल्मी भोपाल से मास्टर ट्रेनर दीपक सिंह, शीलेन्द रावत के द्वारा दिया गया। वहीं प्रशिक्षण के दौरान सचिव कृष्ण कुमार पाठक, उमेश कुमार शिवहरे, पुष्पेन्द्र प्यासी, समाजसेवी पूजा प्यासी एंव जल समिति के सदस्य उपस्थित रहे।