अनूपपुर जिले में बंद कोयला खदानों में होगा मछली पालन -शहडोल में भी सर्वे कराने निर्देश
अनूपपुर जिले में बंद कोयला खदानों में होगा मछली पालन -शहडोल में भी सर्वे कराने निर्देश
डिजिटल डेस्क, शहडोल। कमिश्नर आरबी प्रजापति ने संभाग के किसानों को पशुपालन एवं मछली पालन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। पशु चिकित्सा एवं मत्स्य विभाग की संभाग स्तरीय बैठक में कमिश्नर ने कहा कि पशुपालन एवं मछली पालन की गतिविधियों में जुड़े किसानों को शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।
12 कोयला खदानों में पर्याप्त पानी है
कमिश्नर ने अनूपपुर जिले में मत्स्य पालन के लिए बनाई गई कार्ययोजना की सराहना करते हुए कहा कि शहडोल और उमरिया जिले में कोयले के उत्खनन से खाली हुई खदानों में मत्स्य पालन की संभावनाओं के लिए सर्वे किया जाए। सहायक संचालक मत्स्य पालन अनूपपुर ने बताया कि अनूपपुर जिले की बंद हो चुकी 12 कोयला खदानों में पर्याप्त पानी है। इन खदानों में मछली पालने की कार्य योजना तैयार की गई है। कोयले की खदानों मे मछली पालने का यह प्रदेश में पहला प्रयास है। बैठक में संयुक्त संचालक मत्स्य पालन आरएस मिश्रा ने बताया कि संभाग में वर्ष 2019-20 में 15 हजार 900 मीट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। संभाग में 123 तालाबों में मत्स्य पालन किया जा रहा है। कमिश्नर ने कहा कि नील क्रांति योजना का संभाग में प्रभावी और परिणाम मूलक क्रियान्वयन होना चाहिए। मत्स्य पालन करने वाले मछुआ परिवारों को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए।
पशुओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराएं
कमिश्नर ने पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि संभाग में शत-प्रतिशत पशुधन का टीकाकरण करना सुनिश्चित किया जाए तथा पशुओं को होने वाली वर्षा जनित बीमारियों की सतत निगरानी की जाए। सभी पशु चिकित्सालयों में समुचित दवाइयों का भंडारण कराएं तथा पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक और कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। कमिश्नर ने समीक्षा बैठक में पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।